Uttarakhand Rains: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में पांच पर्यटकों की मौत, एक लापता
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

पिथौरागढ़: उत्तराखंड (Uttarakhand) में कुमाऊं क्षेत्र के बागेश्वर (Bageshwar) जिले के सुंदरधुंगा ग्लेशियर (Sunderdhunga Glacier) में पांच पर्यटकों (Tourist) की मौत हो गई है और एक लापता है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. कुमाऊं क्षेत्र राज्य में बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल (Shikha Suyal) ने बताया कि बागेश्वर से करीब 80 किलोमीटर दूर इस जगह से चार लोगों को बचा लिया गया है. उन्होंने कहा कि 65 से अधिक पर्यटक बागेश्वर के ऊपरी इलाकों में फंस गए हैं. इनमें कफनी में 20, द्वाली ग्लेशियर में 34 और सुंदरधुंगा में 10 लोग शामिल हैं. Uttarakhand Rains: भारी बारिश के कारण हुए हादसों में 64 की मौत, 3,500 को किया गया रेस्क्यू, 16 हजार लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए

सुयाल ने कहा, ‘‘हमने जिले से तीन बचाव दल भेजे हैं. देहरादून से एक हेलीकॉप्टर और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भी पर्यटकों को बचाने के लिए भेजी गई है. ज्यादातर पर्यटक कोलकाता के हैं.’’

उन्होंने कहा कि बुधवार को भेजी गई बचाव टीमों में से एक ने द्वाली ग्लेशियर पहुंचकर वहां फंसे 22 पर्यटकों को बचाया. उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों को पिंडर नदी के पूर्वी हिस्से में ले जाया गया है और ग्लेशियर में फंसे अन्य पर्यटकों को बचाने के प्रयास जारी हैं.

सुयाल के मुताबिक, पर्यटक पिछले चार दिनों से फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आज भेजी गई टीम संभवत: आज रात मौके पर पहुंचेंगी और उसके बाद ही वास्तविक स्थिति और फंसे पर्यटकों की संख्या का पता चलेगा.’’

जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि पिथौरागढ़ जिले की दारमा और व्यास घाटियों में फंसे 60 से अधिक पर्यटकों को बृहस्पतिवार को भारतीय सेना के चिनूक और एएलएच हेलीकॉप्टरों द्वारा बचाया गया है. उन्होंने बताया कि पर्यटकों को तीन उड़ानों के जरिये नैनी सैनी हवाई अड्डे पर ले जाया गया.

जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया, ‘‘उत्तर प्रदेश के झांसी और बबीना क्षेत्रों के 30 से अधिक पर्यटक, जो छोटा कैलाश की यात्रा कर रहे थे, पिछले पांच दिनों से फंसे हुए थे. प्रशासन ने उन्हें बचाने के लिए सेना की मदद ली क्योंकि भारी बारिश के बाद सड़क अवरुद्ध हो गई थी. पर्यटकों को आज सुरक्षित पिथौरागढ़ हवाई अड्डे पर ले जाया गया.’’

चौहान के अनुसार, कोलकाता से पर्यटकों का एक अन्य समूह जो करीब पांच दिन पहले पंचचूली चोटियों को देखने के लिए दारमा घाटी गया था, वह भी दारमा का रास्ता बंद होने के कारण फंस गया. उन्होंने कहा, ‘‘इस समूह को भी आज सेना के चिनूक हेलीकॉप्टरों के जरिये बचाया गया.’’

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