कराची, 23 नवंबर पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रावलपिंडी में एक से पांच दिसंबर तक होने वाला पहला टेस्ट इस शहर और पड़ोसी शहर इस्लामाबाद में राजनीतिक अस्थिरता की संभावना के बावजूद तय कार्यक्रम के अनुसार होगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष रमीज राजा और पाकिस्तान में ब्रिटेन के उच्चायुक्त की मुख्य विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान से मुलाकात के बाद रावलपिंडी स्टेडियम में टेस्ट कराने का फैसला किया गया। इमरान की पार्टी ने इन दोनों शहरों में 26 और 27 नवंबर बड़ी रैली के आयोजन की योजना बनाई है।
सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान ने रमीज और ब्रिटेन के उच्चायुक्त को आश्वासन दिया है कि मैच में कोई व्यवधान नहीं होगा और ना ही इंग्लैंड के खिलाड़ियों की सुरक्षा को कोई खतरा होगा।
सूत्र ने कहा, ‘‘इमरान ने रमीज को कहा है कि इस्लामाबाद और रावलपिंडी में आ रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वे रावलपिंडी स्टेडियम या इस्लामाबाद में दोनों टीम के होटल के आसपास कोई रैली या विरोध प्रदर्शन नहीं करें।’’
रावलपिंडी में टेस्ट मैच कराने के पीसीबी के फैसले को लेकर चिंता जताई गई थी क्योंकि राजनीतिक पार्टियां अतीत में अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का इस्तेमाल अपने एजेंडे के प्रचार के लिए करती रही हैं।
राजनीतिक अस्थिरता के कारण अगर इंग्लैंड की टीम के सुरक्षा अधिकारियों या स्थानीय प्रशासन को दोनों टीम की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता होती तो पीसीबी ने पहले टेस्ट को स्थानांतरित करने को लेकर वैकल्पिक योजना तैयार की थी।
इंग्लैंड की टीम अभी अबुधाबी में ट्रेनिंग कर रही है और 27 नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचेगी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने इसी दिन अपने कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद में जुटने को कहा है।
दूसरा टेस्ट मुल्तान में नौ से 13 दिसंबर और तीसरा टेस्ट कराची में 17 से 21 दिसंबर तक खेला जाएगा।
इंग्लैंड की टीम 17 साल में पहली बार पाकिस्तान का दौरा कर रही है।
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