छत्रपति संभाजीनगर, 13 दिसंबर मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एवं मंत्री छगन भुजबल को अधिक शक्ति नहीं देनी चाहिए क्योंकि इससे मराठा समुदाय के बीच गलतफहमी पैदा होगी।
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की अपनी मांग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे जरांगे ने छत्रपति संभाजीनगर में पत्रकारों से यह बात कही।
जरांगे और एक प्रमुख ओबीसी नेता भुजबल के बीच तीखी जुबानी जंग चल रही है, क्योंकि राकांपा मंत्री ने मराठ समुदाय को कुनबी के रूप में पहचान कर उन्हें अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में शामिल करने की जरांगे की मांग का विरोध किया था।
मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज का जिक्र करते हुए जरांगे ने कहा, ‘‘पहले, सरकार ने कहा था कि वे अंतरवाली सरती गांव में हुई घटना को लेकर दर्ज मामले वापस ले लेगी। इसके बजाय, मामले में लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’’
उन्होंने भुजबल पर राज्य में सांप्रदायिक तनाव चाहने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘यदि फडणवीस उन्हें (भुजबल) अधिक शक्तियां नहीं सौंपेंगे तो ऐसा नहीं होगा। अगर भुजबल को अधिक शक्ति मिलती है तो इससे गलत संदेश जाएगा।’’
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता ने कहा कि समुदाय के सदस्यों की एक बैठक 17 दिसंबर को अंतरवाली सरती गांव में होगी।
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