देश की खबरें | फेसबुक ने भारतीय राज्यों में चुनाव के बीच नफरतभरे भाषण पर रोक के लिए उठाये कदम

नयी दिल्ली, 31 मार्च फेसबुक चार भारतीय राज्यों में हो रहे चुनाव के दौरान गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के अपने प्रयास के तहत नफरत वाले भाषण समझे जाने वाली सामग्री के प्रसार को घटाने समेत कई कदम उठा रहा है।

इस सोशल मीडिया कंपनी ने मंगलवार को अपने ब्लॉगपोस्ट में लिखा कि फेसबुक उन अकाउंट से सामग्री के वितरण को अस्थायी रूप से घटा देगा जिन्होंने हाल ही में कंपनी की नीतियों का बार-बार उल्लंघन किया है।

उसने कहा, ‘‘ हम स्वीकार करते हैं कि कुछ इस प्रकार की सामग्रियां होती हैं , जैसे नफरत भरे भाषण, जिनसे तत्काल ऑफलाइन नुकसान पहुंच सकता है... इन राज्यों में समस्या पैदा करने वाली सामग्री के फैलने के जोखिम तथा चुनाव या उससे पहले हिंसा फैलने की संभावना को कम करने के लिए हम उन सामग्री के वितरण को काफी घटायेंगे जिन्हें हमारी प्रौद्योगिकी नफरत भरे भाषण, हिंसा और उकसाने वाले भाषण के रूप में पहचान करती है।’’

ब्लॉग में कहा गया है कि यदि यह तय हो जाता है कि वह सामग्री फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन करती है, तो उसे हटा दिया जाएगा लेकिन जबतक यह तय नहीं हो जाता है, तबतक उसका प्रसार घटा दिया जाएगा।

फेसबुक भारत में अपने मंच पर नफरत भरे भाषण से निपटने के अपने तौर तरीके को लेकर अतीत में आलोचना का शिकार हो चुका है। फेसबुक, उसकी ग्रुप कंपनियों - व्हाट्सअप और इंस्टाग्राम के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार है।

अपने ब्लॉक में फेसबुक ने लिखा है कि उसने भारत और दुनियाभर के चुनावों से सबक सीखा है और वह तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, केरल और पुडुचेरी में चुनावों के दौरान नफरत भरे भाषण एवं दुष्प्रचार को रोकने और मतदाताओं का दमन खत्म करने के लिए कदम उठा रहा है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)