तेहट्टा (पश्चिम बंगाल), 18 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि ‘‘दिल्ली के’’ भाजपा नेता चुनाव प्रचार के लिए ‘‘बाहरी लोगों’’ को बिना कोविड-19 जांच कराए ला रहे हैं जिससे राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है।
तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के दौरान उनके चुनाव प्रचार में पांच दिनों की कमी लाने के लिए निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते अंतिम तीन चरण के चुनाव एक साथ कराने की उनकी अपील को आयोग ने खारिज कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दिल्ली के नेता चुनाव प्रचार के दौरान बाहरी लोगों को कोविड-19 की जांच कराए बगैर ला रहे हैं, जो वायरस से पीड़ित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रही कि वायरस से पीड़ित होना अपराध है। लेकिन भाजपा की लापरवाही से हाल के समय में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।’’
बनर्जी ने कहा कि हावड़ा में भाजपा के एक उम्मीदवार संक्रमित होने के बावजूद चुनाव प्रचार के लिए निकले। उन्होंने पूछा, ‘‘वह घर पर क्यों नहीं बैठे और चुनाव प्रचार से दूर क्यों नहीं रहे?’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी इस तरह के खतरे नहीं मोल लेती।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग उनके प्रति ‘‘बेरूखी’’ दिखा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पहले उन्होंने मुझे पूरे दिन चुनाव प्रचार करने से रोक दिया। अब अंतिम तीन चरणों में इसने चार दिनों का प्रचार कम कर दिया। परिणामस्वरूप मैं दक्षिण बंगाल के जिलों में 20 सभाओं को संबोधित नहीं कर पाऊंगी।’’
‘‘बाहरी लोगों के बंगाल पर कब्जा करने’’ के प्रति लोगों को सचेत करते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, ‘‘यह चुनाव बंगाल की महिलाओं का सम्मान बचाने और राज्य की एकता की रक्षा को लेकर है।’’
उन्होंने मतदाताओं से कहा कि उन्होंने बंगाल में राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को अनुमति नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘याद रखिए कि आपका वोट उन्हें (भाजपा) सत्ता में आने से रोकने, एनपीआर लागू करने से रोकने, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और संशोधित नागिरकता कानून (सीएए) को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।’’
उन्होंने लोगों को अन्नपूर्णा पूजा, बसंती पूजा, रामनवमी और रमजान की बधाई देते हुए पहले ‘चंडी श्लोक’ पढ़ा और फिर मुस्लिम समुदाय के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
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