देश की खबरें | अत्याधिक खपत ने जलवायु परिवर्तन, जैव-विविधता हानि, प्रदूषण की आपात स्थिति को तिगुना बढ़ाया : गुतारेस
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि आवश्यकता से अधिक खपत से धरती पर जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता के नुकसान और प्रदूषण की तिगुनी आपात स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने धरती के संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल की भी अपील की।
केवड़िया (गुजरात), 20 अक्टूबर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि आवश्यकता से अधिक खपत से धरती पर जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता के नुकसान और प्रदूषण की तिगुनी आपात स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने धरती के संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल की भी अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिशन ‘लाइफ’ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) को यहां शुरू करने वाले गुतारेस ने मौजदूा समय में ‘नीड’ (जरूरत) पर ‘ग्रीड’ (लालच) के हावी होने को लेकर खेद जताते हुए लोगों से जीवन जीने का एक दीर्घकालिक तरीका अपनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस संकट की स्थिति में, हमें इसके समाधान के लिए एकजुट प्रयास करने की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन से बड़ी कोई चुनौती नहीं है। अत्याधिक खपत के परिणामस्वरूप जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और प्रदूषण की आपात स्थिति तिगुनी हो गयी है।’’
महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए, गुतारेस ने कहा, ‘‘दुनिया सभी की जरूरतों के लिए पर्याप्त है, लेकिन हर किसी के लालच की पूर्ति के लिए नहीं ... दुर्भाग्य से हाल के दिनों में, लालच जरूरत पर हावी हो गया है और हमें इसे पलटने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हममें से प्रत्येक को सतत रूप से जीना सीखना होगा और पर्यावरण पर बोझ कम करना होगा।’’
उन्होंने ‘लाइफ़’ आंदोलन की पहल पूरी दुनिया में फैलने को लेकर उम्मीद जताई।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं पर्यावरण की दृष्टि से अच्छी नीतियों को आगे बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का समर्थन करते हुए अक्षय ऊर्जा में निवेश बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता से बहुत उत्साहित हूं। हमें अक्षय क्रांति लाने की जरूरत है और इस एजेंडे को आगे बढ़ाने में मैं भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।’’
गुतारेस ने उल्लेख किया कि जलवायु प्रभावों और इसकी विशाल अर्थव्यवस्था के प्रति अपनी संवेदनशीलता के साथ, भारत एक महत्वपूर्ण सेतु की भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने अर्थव्यवस्थाओं और जीवनशैली में बदलाव का संकल्प लेते हुए कहा, ‘‘हमें पृथ्वी के संसाधनों का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करना चाहिए और इसके प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए, ताकि लोग पृथ्वी के संसाधनों का समुचित इस्तेमाल कर सकें और केवल उतना ही ले सकें, जितनी उन्हें आवश्यकता है।’’
गुतारेस ने इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी।
उन्होंने आयोजन स्थल पर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर सरदार वल्लभभाई पटेल को पुष्पांजलि भी अर्पित की।
सुरेश नरेश
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