श्रीनगर, सात मई जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ के शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक मारा गया 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) का शीर्ष कमांडर पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों की हत्या के कई मामलों में शामिल था।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वी के बिरधी के अनुसार मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान बासित डार के रूप में की गई है, जो द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) की 'ए' श्रेणी का आतंकवादी था।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को रेडवानी गांव में आतंकवादियों की आवाजाही के बारे में खुफिया सूचना मिली थी, जिसके बाद सोमवार रात वहां घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
आईजीपी वी के बिरधी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आतंकवादियों की ओर से पहले गोलीबारी की गयी। आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का अवसर दिया गया, लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों पर लगातार गोलीबारी जारी रखी। इस अभियान में दो आतंकवादी मारे गए हैं और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं, लेकिन तलाशी अभियान अभी भी जारी है।’’
बिरधी ने बासित डार के मारे जाने को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कहा कि वह श्रीनगर शहर में हुई घटनाओं सहित 18 मामलों में शामिल था।
आईजीपी ने कहा, ‘‘वह पुलिसकर्मियों और निर्दोष नागरिकों की हत्या में शामिल था। वह कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में शामिल था। ’’
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2022 में डार पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
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