लखनऊ, 29 फरवरी: लोकसभा के आगामी चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में चुनाव आयोग की एक टीम तीन दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को लखनऊ पहुंची.
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि आयोग की 13 सदस्यीय टीम ने अपने दौरे के पहले दिन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए जरूरी संसाधनों की व्यवस्थाओं पर चर्चा की. इसके अलावा टीम ने राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ बैठक भी की.
उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग की टीम ने सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ एक-एक करके वार्ता की. इस दौरान टीम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, समाजवादी पार्टी(सपा), अपना दल (सोनेलाल), बहुजन समाज पार्टी(बसपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)के प्रतिनिधियों से बातचीत की.
सूत्रों के मुताबिक आयोग की टीम ने राजधानी के योजना भवन में ‘निर्वाचन: बढ़ते कदम’ विषय पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया. इस प्रदर्शनी में समय के साथ भारतीय निर्वाचन प्रणाली में हुए विकास को दर्शाया गया है.
इस प्रदर्शनी में वर्ष 1951 में हुए आजाद भारत के पहले आम चुनाव से लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा 2013 में वीवीपैट अपनाने तक की पूरी यात्रा को प्रदर्शित किया गया है. साथ ही 489 सीट पर हुए पहले आम चुनाव में 53 राजनीतिक दलों और 1874 उम्मीदवारों ने प्रतिभाग किया था, इसका भी जिक्र है. साल 1982 में केरल की फरूर विधानसभा में ईवीएम के उपयोग समेत समय के साथ निर्वाचन व्यवस्था में जोड़ी गई नई व्यवस्थाओं जैसे नोटा का प्रावधान, रंगीन पीवीसी इपिक, मतदान केंद्रों पर बुजुर्गों एवं दिव्यांगजनों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को भी दिखाया गया है.
सूत्रों के मुताबिक आयोग की टीम ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राज्य पुलिस नोडल अधिकारी एवं सीपीएफ नोडल अधिकारियों के साथ आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की.
उन्होंने बताया कि आयोग की टीम शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, मंडल आयुक्तों और क्षेत्रीय, परिक्षेत्रीय तथा जिला पुलिस प्रमुखों के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेगी. इस बीच, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने निर्वाचन आयोग की टीम से मुलाकात कर एक पत्र के माध्यम से उसके सामने कई सुझाव और मांगें रखीं. प्रतिनिधि मंडल में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, पूर्व सांसद पी. एल. पुनिया और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा शामिल थीं.
उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से मांग की कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के साथ लगाई जाने वाली वी.वी.पैट मशीन द्वारा प्रिंट की गयी पर्चियों का 100 प्रतिशत मिलान व गणना की जाये. अगर यह सम्भव न हो तो कम से कम 50 प्रतिशत पर्चियों की गणना आवश्यक रूप से करवाना सुनिश्चित किया जाये.
अवस्थी ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने आयोग की टीम से यह भी मांग की कि चुनावी मशीनरी का दुरुपयोग करने के उद्देश्य से लगातार प्रदेश के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों का स्थानान्तरण किया जा रहा है, उस पर तत्काल रोक लगायी जाये और पिछले तीन माह में जो स्थानान्तरण किये गये हैं उनकी समीक्षा करायी जाये.
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