देश की खबरें | आलोक वर्मा, परिजन के आठ फोन पेगासस जासूसी के लिए सूचीबद्ध किए गए थे : खबर

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. सीबीआई के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा को 23 अक्टूबर 2018 को पद से हटाए जाने के तुरंत बाद उनके एवं उनके परिवार के सदस्यों के आठ फोन को एक अज्ञात भारतीय एजेंसी ने पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल कर जासूसी के लिए सूचीबद्ध किया था। ‘द वायर’ ने बृहस्पतिवार को खबर में यह दावा किया।

नयी दिल्ली, 22 जुलाई सीबीआई के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा को 23 अक्टूबर 2018 को पद से हटाए जाने के तुरंत बाद उनके एवं उनके परिवार के सदस्यों के आठ फोन को एक अज्ञात भारतीय एजेंसी ने पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल कर जासूसी के लिए सूचीबद्ध किया था। ‘द वायर’ ने बृहस्पतिवार को खबर में यह दावा किया।

इसने बताया कि आधुनिक मालवेयर का इस्तेमाल कर वर्मा के साथ ही सीबीआई के तत्कालीन विशेष निदेशक राकेश अस्थाना और संयुक्त निदेशक ए. के. शर्मा के फोन भी निगरानी सूची में रखे गए थे। वर्मा ने 21 अक्टूबर 2018 को अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया था।

खबर के मुताबिक, वर्मा परिवार के आठ फोन को इजराइली जासूसी मालवेयर ने निशाना बनाया था, जिनमें उनके तीन फोन के साथ उनकी पत्नी, बेटी और दामाद के फोन भी शामिल थे।

वर्मा के 31 जनवरी 2019 को सेवानिवृत्त होने तक अस्थाना और शर्मा के फोन सहित ये सभी नंबर सूची में बने रहे। सूची से उन्हें फरवरी 2019 को हटा लिया गया।

इजराइली समूह एनएसओ ने कहा है कि लीक हुए डाटाबेस तक फ्रांस के गैर लाभकारी मीडिया संगठन ‘फॉरबिडेन स्टोरीज’ की पहुंच थी और इसका उससे एवं उसके सॉफ्टवेयर पेगासस से कोई लेना-देना नहीं है।

हालांकि, सरकार और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने पेगासस परियोजना रिपोर्ट को मनगढ़ंत और साक्ष्य विहीन करार दिया है।

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