जयपुर, 14 अक्टूबर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सोमवार को कहा कि वही समाज तेजी से विकास करता है, जिसमें नारी सशक्तिकरण के लिए काम होता है।
जयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बागडे ने कहा कि बच्चों को संस्कार और हिम्मत नारी शक्ति के रूप में मां ही देती है। उन्होंने मातृ शक्ति को बच्चों की बौद्धिक क्षमता में वृद्धि करने वाला कारक बताते हुए कहा कि महिलाओं को मन से मजबूत होना चाहिए।
राजभवन की ओर से जारी बयान के अनुसार, राज्यपाल ने पर्यावरण संरक्षण, उद्यमिता, शिक्षा, चिकित्सा, अर्थव्यवस्था जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को ‘नारी शक्ति 2024’ पुरस्कार प्रदान करते हुए उनके कार्यों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘महिलाओं को हमारे यहां देवी का रूप दिया गया है। वे शक्तिस्वरूपा हैं, इसलिए उन्हें हर स्थिति में निडर होना चाहिए।”
बागडे ने कहा कि भारतीय परंपरा में कन्या पूजन की परंपरा शुरू से रही हैं। उन्होंने सनातन संस्कृति और नारी शक्ति की चर्चा करते हुए कहा कि नवरात्रि शक्ति उपासना का ही पर्व है।
राज्यपाल ने कहा कि पर्वों के जरिये भारतीय संस्कृति को जीवित रखने का कार्य घर की महिलाओं ने ही किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण बिल पारित कर महिलाओं को आगे बढ़ाने का ऐतिहासिक कार्य किया गया है।
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