नयी दिल्ली, पांच जुलाई कांग्रेस ने छठी कक्षा की नई पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराए जाने में हो रही देरी को लेकर शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्रालय बच्चों की शिक्षा को नुकसान पहुंचा रहा है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि सरकार की परीक्षा एजेंसी की अक्षमता सामने आने के बाद शिक्षा मंत्रालय के स्तर पर बदतर स्थिति एक बार फिर से सामने आई है।
उधर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को एक बैठक में राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा (एनसीएफ) के अनुरूप स्कूली पाठ्यपुस्तकें तैयार किए जाने की समीक्षा की।
यह बैठक कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध होने में हो रही देरी की पृष्ठभूमि में हुई जिन्हें अप्रैल से पढ़ाया जाना था। ये पुस्तकें अब तक बाजार में नहीं आ पाई हैं।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने पहले घोषणा की थी कि कक्षा 3 और 6 के लिए नयी पाठ्यपुस्तकें 2024-25 शैक्षणिक सत्र से पेश की जाएंगी।
जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अक्षम राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के माध्यम से परीक्षा प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने के बाद, ‘नॉन बायोलॉजिक’’ प्रधानमंत्री का शिक्षा मंत्रालय हमारे बच्चों की शिक्षा को नुकसान पहुंचा रहा है।’’
रमेश ने कहा, ‘‘स्कूल वर्ष शुरू होने के बावजूद, एनसीईआरटी - राष्ट्रीय (नागपुर पढ़ें) शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद - छठी कक्षा के छात्रों के लिए विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान के लिए नई पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित करने में विफल रही है।’’
उन्होंने कहा, पाठ्यपुस्तकों को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण शिक्षण सामग्री समिति (एनएसटीसी) द्वारा अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
रमेश ने बताया कि छपाई में 10 से 15 दिन और लगेंगे।
उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों को छात्रों को नई किताबें उपलब्ध कराने में दो महीने की देरी होने की आशंका है।
रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘ बदतर स्थिति बहुत अंदर तक घर कर गई है, यह अक्षमता हर दिन नई ऊंचाइयों को छूती है।’’
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