गुवाहाटी, 15 मार्च असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई के छापे का मुद्दा कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उठाये जाने के बावजूद यह चुनाव प्रचार अभियान का मुद्दा नहीं हो सकता।
शर्मा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी एजेंसियां अपराधियों या संभावित अपराधियों से संबंधित जांच करती हैं और आम लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
उन्होंने कहा, ‘‘गांधी अपराधियों के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र की बात कर रहे हैं, जिससे ईडी और सीबीआई निपटती है, लेकिन यह चुनाव प्रचार अभियान का मुद्दा नहीं हो सकता है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लोगों को बिजली, आवास, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों की परवाह है, न कि कुछ अपराधियों के साथ क्या हो रहा है। शर्मा ने कहा ‘‘ईडी और सीबीआई की बात करना उनको शोभा नहीं देता...।’’
शर्मा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘बेईमान राजनीतिज्ञ' करार देते हुए कहा कि उन्होंने लंबे समय तक मीडिया के साथ तिकड़म की और 'मोहल्ला क्लीनिक' एवं स्कूलों के नाम पर लोगों को धोखा दिया।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केजरीवाल उस तरह के व्यक्ति नहीं हैं जैसा वह खुद को पेश करते हैं। वह मोहल्ला क्लीनिक बनाने का दावा करते रहे हैं, लेकिन असम में हमारे पास काफी बेहतर अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाएं हैं।’’
असम में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान गांधी द्वारा ‘हमशक्ल’ के कथित इस्तेमाल का जिक्र करते हुए शर्मा ने कहा कि वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करनी चाहिए थी और स्पष्ट करना चाहिए था कि क्या वह हमशक्ल था।
शर्मा ने कहा कि सबसे पहले एक टेलीविजन चैनल ने 22 जनवरी को पूछा था कि क्या गांधी अपनी यात्रा के दौरान ‘हमशक्ल’ का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘यह एक जायज संदेह था जिस बारे में कांग्रेस को जवाब देना चाहिए था।’
शर्मा ने उस व्यक्ति का नाम बताने से इनकार कर दिया, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया था कि वह कथित तौर पर गांधी का हमशक्ल है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह ‘18 से 22 जनवरी तक यात्रा के दौरान वहां था और उसे माजुली में क्रिकेट खेलते हुए भी देखा गया था।’
शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ‘‘नगांव सीट से टिकट नहीं मिलने से गांधी से बहुत नाराज थे, इसलिए उन्होंने हमशक्ल का मुद्दा उठाया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के बीच होगा और ‘लोगों को यह तय करने में एक मिनट भी नहीं लगेगा कि वे किसे वोट देंगे।’’
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