देश की खबरें | राजस्थान के हितों के साथ कुठाराघात कर रही है ‘डबल इंजन’ सरकार: डोटासरा

जयपुर, 29 फरवरी कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बृहस्पतिवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) समझौते और यमुना जल बंटवारे को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘डबल इंजन’ की यह सरकार राजस्थान के हितों के साथ कुठाराघात करने के लिये बनी है।

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी ने अंतरराज्यीय मामलों पर हमेशा राजस्थान को धोखा दिया है।

डोटासरा ने मीडिया से कहा, ‘‘यह डबल इंजन की सरकार लोगों को धोखा देने के लिये बनी हुई है... यह डबल इंजन की सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है और झूठ बोलकर लोकसभा चुनाव में वोटों का फसल काटना चाहती है.. इसमें ये कामयाब नहीं होंगे।’’

उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मध्य प्रदेश सरकार के साथ ईआरसीपी और हरियाणा सरकार के साथ यमुना जल को लेकर हुए समझौते को मीडिया के सामने रखने की मांग की।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार की सभी आभार यात्राएं विफल हो रही हैं और उनमें जनता नहीं आ रही है।

डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर हमला करते हुए इसे 'भ्रमणकारी सरकार' बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा और आरएसएस का मुख्य एजेंडा यही रहता है कि झूठ बोलो.. बार बार बोलो.. जोर से बोलो, जिससे लोगों को झूठ सच लगने लग जाये और वोट की फसल हम काट सकें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहले ईआरसीपी के नाम पर धोखा किया गया, जहां 3510 एमसीएम पानी मिलना था, वहां ये 2400 एमसीएम का सौदा करके आ गए। यमुना जल बंटवारे के नाम पर भाजपा सरकार ने हरियाणा सरकार के सामने घुटने टेक दिये।’’

बाद में बाद में भाजपा के राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने अंतरराज्यीय मामलों पर हमेशा राजस्थान को धोखा दिया है।

तिवाड़ी ने यमुना जल समझौते को लेकर कांग्रेस द्वारा फैलाए जा रहे झूठ पर पलटवार करते हुए कहा कि ईआरसीपी और यमुना जल समझौता जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को कांग्रेस ने गर्त में डाले रखा, जबकि भाजपा की ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार ने राजस्थान की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए इन दोनों ही समझौतों को धरातल पर लाने का कार्य किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि डोटासरा जनता को गुमराह करने के साथ ही प्रदेश की जनता को भ्रमित कर रहे हैं। राजस्थान की जनता ने खर्ची कांग्रेस सरकार भी देखी है जहां पैसा देकर काम कराने पड़ते थे।

तिवाड़ी ने कहा, "कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान ईआरसीपी पर विवाद पैदा किया। कांग्रेस ने अंतरराज्यीय मामलों पर हमेशा राजस्थान को धोखा दिया है। दोनों समझौते ऐतिहासिक हैं और राज्य को बदल देंगे। ये समझौते केवल कागजी समझौते नहीं हैं बल्कि इनसे राज्य के लोगों को सिंचाई और पीने का पानी की सुविधा मिलेगी।"

उन्होंने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस सरकार की करतूतें ही थीं कि पिछले 30 साल से यमुना जल बंटवारे पर समझौता आगे नहीं बढ़ सका। कांग्रेस ने हाल ही में इस मामले को हरियाणा विधानसभा में उठाया और आरोप लगाया कि सरकार ने हरियाणा के हित को दांव पर लगा दिया और सदन से बहिर्गमन किया।

उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यमुना जल को लेकर समझौता किया था और राजस्थान को महज 0.6 क्यूसेक पानी मिलना था, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा किये गये समझौते से राजस्थान को 1917 क्यूसेक बाढ़ का पानी मिलेगा।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में तीन बांध बनाये जायेंगे और 260 किलोमीटर में तीन पाइपलाइन बिछायी जायेगी, जिससे हरियाणा से शेखावाटी क्षेत्र तक पानी पहुंचेगा। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट चार महीने में तैयार की जाएगी और केंद्र अधिकतम लागत वहन करेगा।

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