देश की खबरें | दिव्य फार्मेसी से पांच दवाइयों का उत्पादन रोकने को कहा गया
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देहरादून, 11 नवंबर उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिग प्राधिकरण ने दिव्य फार्मेसी को पांच दवाओं का उत्पादन रोकने के निर्देश देते हुए उसे उनकी मंजूरी लेने के लिए अपनी संशोधित फार्मूलेशन शीट प्रस्तुत करने को कहा है ।
दिव्य फार्मेसी योग गुरू रामदेव के पतंजलि उत्पादों का निर्माण करती है ।
प्राधिकरण द्वारा बुधवार को कंपनी को जारी नोटिस के अनुसार वह (कंपनी) पांच उत्पादों को रक्तचाप, मधुमेह, घेंघा, काला मोतिया और उच्च कोलेस्ट्रॉल की दवाइयों के रूप में प्रचारित कर रही है । इन पांच उत्पादों के नाम बीपीगृत, मधुगृत, थायरोगृत, लिपिडोम गोलियां और आइगृत गोल्ड गोलियां हैं ।
नोटिस में कहा गया है कि प्राधिकरण से अपने संशोधित फार्मूलेशन शीट की मंजूरी लेने के बाद ही कंपनी इनका उत्पादन फिर से शुरू कर सकती है ।
प्राधिकरण द्वारा गठित एक समिति कंपनी के मूल फार्मूलेशन शीट और उत्पादों के लेबल का परीक्षण कर चुकी है ।
दिव्य फार्मेसी के विरूद्ध यह कार्रवाई केरल के एक चिकित्सक के वी बाबू की शिकायत पर की गयी है जिसमें उन्होंने कंपनी पर औषधि और चमत्कारिक उपचार (आक्षेपणीय विज्ञापन) अधिनियम तथा औषध एवं प्रसाधन अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाया था ।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के संयुक्त निदेशक और राज्य के औषधि नियंत्रक जी सी एन जंगपांगी द्वारा हस्ताक्षरित इस नोटिस में दिव्य फार्मेसी से एक सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा गया है ।
इसके अलावा, नोटिस में दिव्य फार्मेसी से अपने सभी 'भ्रामक' और 'आक्षेपणीय' विज्ञापन मीडिया से तत्काल हटाने को कहा गया है ।
हांलांकि, पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि फर्म को अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है ।
इसी तरह का विवाद 2021 में भी सामने आया था जब पतंजलि ने 'कोरोनिल' गोलियों को कोविड 19 का साक्ष्य आधारित उपचार होने का दावा किया था ।
दीप्ति
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