देश की खबरें | दिल्ली में न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है।

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर दिल्ली में 15 दिन में पहली बार शुक्रवार को न्यूनतम तापमान दहाई अंक तक पहुंच गया, लेकिन यह राहत जल्द ही खत्म होने का अनुमान जताया गया है।

रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली आने वाली 20 ट्रेनों में देरी हुई है जबकि तीन के समय में बदलाव किया गया है।

दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

राजधानी में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस, बुधवार को 6.3 डिग्री सेल्सियस, मंगलवार को 5.6 डिग्री और सोमवार को पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

उत्तर भारत में ठंड से मिली राहत के लिए पश्चिमी विक्षोभ मौसम प्रणाली को जिम्मेदार माना जा सकता है।

मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के साथ ही नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीत लहर और तेज ठंड की स्थिति बन सकती है तथा जनवरी की शुरुआत में ठंड और तेज हो जाएगी।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार शनिवार को पारा छह डिग्री सेल्सियस और सोमवार (2 जनवरी) तक चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा। एक से 4 जनवरी तक दिल्ली के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छाने और शीतलहर चलने का अनुमान है।

एक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम या इसके बराबर, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। वहीं, अत्यधिक ठंडा दिन वह होता है, जिसमें अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम दर्ज किया जाता है।

आईएमडी के अनुसार, 'बहुत घना' कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर 'घना', 201 और 500 मीटर 'मध्यम' और 501 और 1,000 मीटर 'उथला' कोहरा होता है।

मैदानी इलाकों में यदि न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या फिर 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो जाता है, तो मौसम विभाग शीत लहर की घोषणा करता है।

वहीं, गंभीर शीत लहर का दौर तब माना जाता है, जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य तापमान से इसका अंतर 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है।

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