नयी दिल्ली, एक सितंबर ओला और उबर कैब चालकों द्वारा मंगलवार को बुलाई गई हड़ताल का कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि यात्रियों ने कहा कि उन्हें कैब बुक करने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
कैब सुविधा मुहैया कराने वाली दोनों कंपनियों से जुड़े चालकों के एक वर्ग ने भाड़े में वृद्धि और कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाए जाने के मुद्दे पर हड़ताल का आह्वान किया था।
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दिल्ली के सर्वोदय चालक संघ के अध्यक्ष कमलजीत सिंह गिल ने कहा कि लगभग 250 चालक अपनी मांग को लेकर मंडी हाउस पर एकत्र हुए लेकिन पुलिस ने उन्हें तितर बितर कर दिया।
इस बीच यात्रियों ने कहा कि उन्हें कैब बुक करने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा, हालांकि गिल ने दावा किया कि हड़ताल से शहर के कई हिस्सों में कैब की उपलब्धता प्रभावित हुई।
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उन्होंने कहा, “द्वारका और उत्तम नगर जैसे क्षेत्रों में कैब की अनुपलब्धता के चलते लोगों को ज्यादा पैसे देने पड़े।”
ग्रेटर नोएडा में रहने वाली रश्मि दीक्षित ने मंगलवार को सुबह साढ़े सात बजे कार्यालय जाने के लिए एक ओला बुक की और उन्हें कोई समस्या नहीं हुई।
उन्होंने कहा, “मैंने हड़ताल के बारे में सुना था और पहले भय था कि कैब मिलेगी या नहीं। लेकिन मुझे पांच मिनट में कैब मिल गई और सुबह के भागम भाग वाले यातायात के अलावा मुझे कोई समस्या नहीं हुई।”
पूर्वी दिल्ली से दक्षिण दिल्ली आने वाले एक अन्य यात्री ने कहा कि उन्हें कैब मिलने में कोई समस्या नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि कैब मिलने में अधिक समय भी नहीं लगा और भाड़ा भी सामान्य था।
ओला और उबर की ओर से कैब चालकों की हड़ताल पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
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