देश की खबरें | कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने जिला स्तर पर निगरानी प्रणाली को मजबूत किया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने जिला-स्तर पर निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का काम शुरू किया है और समर्पित नोडल अधिकारियों के लिए जिम्मेदारियों को रेखांकित किया है।

जियो

नयी दिल्ली, सात जून राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने जिला-स्तर पर निगरानी प्रणाली को मजबूत करने का काम शुरू किया है और समर्पित नोडल अधिकारियों के लिए जिम्मेदारियों को रेखांकित किया है।

अधिकारियों ने बताया कि जिला निगरानी इकाइयों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विस्तृत तंत्र का पूरी तरह से रूप से पालन किया जाएगा।

यह भी पढ़े | Bihar Jan Samvad BJP Rally: बिहार में एक बार फिर NDA की नेतृत्व में बनेगी सरकार- अमित शाह: 7 जून 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

दिल्ली में उत्तरी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और मध्य दिल्ली समेत 11 जिले हैं।

एक जून को छोड़कर 28 मई से छह जून तक हर रोज इस महामारी के एक हजार से अधिक मामले सामने आये है। एक जून को कोरोना वायरस के 990 मामले सामने आये थे जबकि तीन जून को सबसे अधिक 1,513 मामले सामने आये थे।

यह भी पढ़े | देशभर में 15 अगस्त के बाद फिर से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ने किया ऐलान.

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,320 नये मामले सामने आये थे जिसके बाद मामलों की कुल संख्या 27 हजार को पार कर गई और मृतकों की संख्या 761 पहुंच गई है।

दिल्ली के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) द्वारा चार जून को जारी एक आदेश में कहा गया कि कोविड-19 के प्रतिदिन बढ़ते मामलों के मद्देनजर जिलों में बड़ी संख्या में संबंधित गतिविधियां एक प्रणाली को स्थापित करके ‘‘मजबूत बनाने की आवश्यकता है।’’

आदेश में यह भी कहा गया कि जिला निगरानी इकाइयों की क्षमता को बढ़ाने के लिए विस्तृत तंत्र का पालन किया जायेगा।

समर्पित नोडल अधिकारियों के कार्यों और जिम्मेदारियों को परिभाषित करते हुए अधिकारियों ने बताया कि जिला निगरानी अधिकारी-स्तर, डीएसओ को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिले के सभी पॉजिटिव मामले जो आईसीएमआर पोर्टल पर उपलब्ध हैं, उन्हें देखना होगा और जो जिले से संबंधित नहीं हैं, उनके बारे में आईसीएमआर को ईमेल के जरिये सूचित करना होगा और उसकी एक प्रति राज्य निगरानी इकाई को भेजनी होगी।

इसी प्रकार, एक जिले में होने वाली मौतों के सभी मामलों को ‘‘विधिवत सूचीबद्ध’’ किया जाएगा और राज्य निगरानी इकाई के साथ इसे साझा किया जाएगा।

महानिदेशालय ने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों के कोविड-19 से संक्रमित होने की संख्या ‘‘भी बढ़ रही है।’’ इस तरह के पॉजिटिव मामलों को सूचीबद्ध जिला-स्तर पर भी करना चाहिए और आंकड़ों के मिलान के लिए राज्य निगरानी इकाई (एसएसयू) के साथ दैनिक आधार पर इसे साझा किया जाना चाहिए।

महामारी के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली सरकार के अस्पतालों के प्रमुखों को सरकार ने ‘‘कम से कम अगले तीन महीनों’’ के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट, ऑक्सीजन मास्क, सर्जिकल उपकरण और दस्ताने समेत चिकित्सा उपकरणों की ‘‘पर्याप्त आपूर्ति’’ की खरीद और स्टॉक करने का निर्देश दिया है।

दिल्ली में शनिवार को निरूद्ध क्षेत्रों की संख्या 169 हो गई। शुक्रवार को यह संख्या 154 थी।

अधिकारियों ने बताया कि निरूद्ध क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी जिला अधिकारियों के साथ दैनिक सर्वेक्षण रिपोर्ट साझा करेंगे।

इस नोडल अधिकारी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि घर में पृथक रह रहे कोविड-19 के संक्रमित मरीज के घर पर सेनिटाइजेशन का काम स्थानीय निकाय द्वारा चलाया जाये।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को बताया कि घर में पृथक कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 11,267 है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\