नयी दिल्ली, 4 नवंबर : दिल्ली में दिवाली के दिन की शुरुआत ‘बहुत खराब’ वायु गुणवत्ता (Air Quality) के साथ हुई, जिसके और खराब होने की आशंका है, भले ही आतिशबाजी हो या नहीं. यह जानकारी प्राधिकारियों ने दी. राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह आठ बजे 341 पर पहुंच गया, जो बुधवार शाम चार बजे 314 था. मंगलवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 और सोमवार को 281 था. शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'', तथा 401 और 500 के बीच को ''गंभीर'' माना जाता है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ ने कहा कि यदि पटाखे छोड़े गए तो पांच तथा छह नवंबर को वायु गुणवत्ता 'गंभीर' हो सकती है. वहीं भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि मॉडल पूर्वानुमान से यह संकेत नहीं मिलता कि अधिक उत्सर्जन होने के बावजूद भी एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचेगा. ‘सफर’ ने कहा कि बुधवार को दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में आठ प्रतिशत प्रदूषण के लिए पराली जलाये जाने की 3,271 घटनाएं जिम्मेदार रहीं. यह भी पढ़ें : Free Ration Scheme: मुख्यमंत्री योगी ने मुफ्त राशन योजना को मार्च 2022 तक बढ़ाया
उसने कहा कि बृहस्पतिवार (दीवाली) को इसके बढ़कर 20 प्रतिशत और शुक्रवार और शनिवार को 35 से 40 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है, क्योंकि हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम में बदल रही है. उत्तर-पश्चिमी हवाएं पंजाब और हरियाणा में पराली जलने से निकलने वाले धुएं को राष्ट्रीय राजधानी की ओर ले आती हैं.