कोरापुट (ओडिशा), 18 अक्टूबर ओडिशा के कोरापुट जिले में एक साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जयपुर के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) हर्ष बी. सी. ने कहा कि आरोपियों के पास से धोखाधड़ी के लिए जाली दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली कई सामग्री जब्त की गईं।
उन्होंने कहा कि जयपुर थाना सीमा के तहत कालियागांव इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि उसके बैंक खाते से संदिग्ध लेनदेन हुआ है, जिसके बाद जांच शुरू की गई थी।
एसडीपीओ ने कहा, “एक आरोपी ने शिकायतकर्ता से संपर्क करके उसे 1.40 लाख रुपये का ऋण दिलाने का वादा किया था और उसे किसी निजी बैंक की एक शाखा में खाता खोलने के लिए कहा था। इसके बाद, आरोपी ने शिकायतकर्ता की बैंक पासबुक, आधार और एटीएम कार्ड जानकारी ले ली।”
अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला कि 27 सितंबर से तीन अक्टूबर के बीच खाते से कुल दो करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया, इसके बाद खाते से लेनदेन पर रोक लगा दी गई।
एसडीपीओ ने कहा, “जांच के दौरान पता चला कि गिरोह ने देश भर के विभिन्न शहरों के लोगों को धोखा दिया था, और पीड़ितों की सही संख्या अभी तक ज्ञात नहीं है।”
पुलिस ने गिरोह द्वारा धोखाधड़ी में इस्तेमाल की गई कई वस्तुओं को जब्त कर लिया, जिनमें तीन लैपटॉप, एक टैबलेट, बायोमेट्रिक उपकरण, 10 नोटरी रबर स्टांप, 26 एटीएम कार्ड, छह मोबाइल फोन, एक टेलर मशीन, एक प्रिंटर और 23,500 रुपये नकद शामिल हैं।
जयपुर सदर थाने के प्रभारी निरीक्षक ईश्वर टांडी ने कहा, “अपराधियों ने धोखाधड़ी के लिए जाली रबर स्टांप और नकली शपथ पत्र भी बनाए थे।”
गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सेमिलिगुडा शहर का रहने वाला है और दो अन्य भुवनेश्वर के निवासी हैं।
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