नयी दिल्ली, 12 अगस्त : भारत में एक दिन में कोविड-19 के 41,195 नए मामले आने से कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,20,77,706 हो गयी जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,87,987 हो गयी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 490 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,29,669 हो गयी. उपचाराधीन मरीजों की संख्या में लगातार पांच दिनों तक गिरावट रहने के बाद वृद्धि दर्ज की गयी है. उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 1.21 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 97.45 प्रतिशत है. मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,636 मामलों की वृद्धि हुई है. बुधवार को कोविड-19 के लिए 21,24,953 नमूनों की जांच की गयी. इसी के साथ ही अब तक इस बीमारी का पता लगाने के लिए जांच किए गए नमूनों की संख्या 48,73,70,196 हो गयी है.
आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 1.94 प्रतिशत दर्ज की गयी. यह पिछले 17 दिनों से तीन प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 2.23 प्रतिशत दर्ज की गयी. इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,12,60,050 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है. अभी तक देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीके की 52.36 करोड़ खुराक दी जा चुकी है. देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए. देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे. यह भी पढ़ें : भोपाल में 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू हो सकेंगे कोचिंग संस्थान
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जिन 490 और लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 163 की मौत महाराष्ट्र में और 116 की केरल में हुई. अभी तक इस महामारी से 4,29,669 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 1,34,364 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 36,881 की कर्नाटक में, 34,395 की तमिलनाडु में, 25,068 की दिल्ली में, 22,776 की उत्तर प्रदेश में, 18,258 की पश्चिम बंगाल में और 18,120 लोगों की मौत केरल में हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.