COVID-19 पर दुनियाभर में 2027 तक 500 अरब डॉलर खर्च होने की संभावना

कोविड-19 से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ‘आपातकाल’ का दर्जा हटा लिया है लेकिन इस महामारी पर 2027 तक 500 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च होने की संभावना जताई गई है.

COVID-19 | Photo: PTI

हैदराबाद, 11 जुलाई: कोविड-19 से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ‘आपातकाल’ का दर्जा हटा लिया है लेकिन इस महामारी पर 2027 तक 500 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च होने की संभावना जताई गई है. डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरीज ने अपनी हालिया वार्षिक रिपोर्ट में यह कहा है. रिपोर्ट के अनुसार, इस खर्च में लंबे समय तक चलने वालीं जटिलताओं और जानलेवा वायरस (विषाणु) के इलाज के बाद उत्पन्न समस्याओं को बेहतर तरीके से समझने के लिए अनुसंधान शामिल है.

सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वास्थ्य व्यवस्था ने इस महामारी से निपटने के लिये कोविड-19 रोधी टीके विकसित कर अच्छी प्रतिक्रिया दी है. हालांकि, टीकों और उपचारों के असंगत उपयोग से विशेष रूप से संक्रमण और ‘वायरल वेरिएंट’ के समय-समय पर बदलने से अगले कुछ वर्ष अनिश्चितताओं से घिरे हैं.

डॉ. रेड्डीज ने कहा, ‘‘लंबे समय तक चलने वालीं जटिलताओं और कोविड​​-19 के बाद तेजी से आने वाले बदलावों की समझ में सुधार के लिए अनुसंधान जारी है. इसे ध्यान में रखते हुए माना जाता है कि आने वाले वर्षों में भी वैश्विक चिकिस्ता क्षेत्र में सबसे ज्यादा खर्चा कोविड-19 पर ही होगा. साल 2027 तक कुल सात साल में कोविड-19 पर वैश्विक खर्च लगभग 500 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है.”

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ साल में कोविड-19 के कारण उत्पन्न अनिश्चितताओं और उथल-पुथल के बावजूद औषधि क्षेत्र लगातार आगे बढ़ रहा है. सूचना और अनुसंधान में प्रगति के साथ, आगे और अधिक संभावित चुनौतियों के साथ इस क्षेत्र का दृष्टिकोण स्पष्ट हो रहा है.

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