काठमांडू, चार अगस्त नेपाल के प्रधानमंत्री के पी ओली शर्मा ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी का इस्तेमाल उनकी सरकार पर निशाना साधने के लिए नहीं किया जाना चाहिए जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी ने मेडिकल किट और सुरक्षा उपकरणों की खरीद में कथित अनियमितता की जांच की मांग की।
प्रधानमंत्री का बयान नपाल में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच आया है। देश में इस महामारी के कुल मामले 21,009 हो गये हैं जबकि अबतक 58 लोग इस महामारी से जान गंवा चुके हैं।
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बलुवातार में प्रधानमंत्री के सरकारी निवास पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं नेताओं के साथ अपनी बैठक के दौरान ओली ने कहा कि सरकार के प्रयासों को व्यापक जनजागरूकता फैलाने के दमाध्यम से सहयोग दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह कोरोना वायरस महामारी हम सभी के लिए चुनौती है, इसलिए इसे सरकार की आलोचना करने के मौके के रूप में न लें।’’
उन्होंने कहा कि सरकारी सलाह के अनुपालन में अनुशासन इस वायरस को फैलने से रोकने की पूर्व शर्त है ।
प्रधानमंत्री ने इस महामारी से निपटने के उपयों पर विशेषज्ञों के सुझाव लेने के लिए यह बैठक बुलायी थ।
मुख्य विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस के नेता शेर बहादुर देउबा ने कहा कि मेडिकल किटों और सुरक्षा उपकरणों की खरीद में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को नहीं बचाना चाहिए।
स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के प्रवक्ता जागेश्वर गौतम ने रोजाना ब्रीफिंग में बताया कि नेपाल में अबतक 400,000 परीक्षण किये गये हैं और पिछले 24 घंटे में 7,687 जांच की गयी जिनमें 259 कोविड-19 से संक्रमित पाये गये। नये मरीजों में 62 काठमांडू घाटी से हैं।
गौतम के अनुसार देश में फिलहाल कोविड-19 के 5925 मरीज उपचाररत हैं । पिछले 24 घंटे में 65 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी देने के साथ ही ठीक हो चुके मरीज की तादाद 15,026 हो गयी है। देश में अबतक 58 लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं।
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