जयपुर, 20 दिसंबर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि संसद में सुरक्षा चूक पर स्पष्टीकरण मांगने वाले सांसदों का लगातार निलंबन लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिये बहुत बुरा संकेत है।
पायलट ने कहा कि सांसद इस संवेदनशील मुद्दे पर स्पष्टीकरण चाहते हैं और वास्तविकता की गहराई में जाना उनका अधिकार भी है।
पायलट ने टोंक में संवाददाताओं से कहा, “यह एक बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार से स्पष्टीकरण चाहता है। यह अधिकार सभी सांसद साथियों का है कि वो हकीकत तक पहुंचे। ’’
उन्होंने कहा, “सांसदों के जवाब मांगने पर उन्हें निलंबित करने का जो क्रम चला हुआ है यह लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिये बहुत बुरा संकेत है।’’
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ’’आज भी दो सांसदों को निलंबित किया गया है। 150 सांसदों को अगर लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर देंगे तो क्या संकेत देना चाह रहे हैं?’’
कांग्रेस नेता ने कहा ‘‘ मैं समझता हूं कि केन्द्र सरकार का इस प्रकार का रवैया और आचरण बहुत नकारात्मक है और उसी के विरोध में बुधवार को जब हम सब लोग विधानसभा में शपथ ले रहे थे तो कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्यों ने एक सांकेतिक विरोध के तहत अपने हाथ में काली पट्टी बांधी थी।’’
उन्होंने कहा ‘‘लोकतंत्र में अपनी बात रखने का अधिकार सभी को है और जो लोग चुन कर गये हैं... विपक्ष के सभी सांसद अपनी बात रखना चाहते है.. जवाब मांग रहे हैं.. सरकार का रवैया बिल्कुल गलत है।’’
पायलट ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता है कि इतिहास में कभी इतने सारे सांसदों को इकठ्ठा निलंबित किया गया होगा। यह जो हो रहा है बिल्कुल गलत है। अपनी बात बोलने की लोगों को आजादी होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष मुक्त संसद चाहती है, लेकिन यह संभव नहीं है।
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