Rajasthan Bypoll Result: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की धमक, दोनों सीटों पर मिली जीत
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में राज्य की धरियावद व वल्लभनगर, दोनों सीटें जीत ली हैं. कांग्रेस ने उपचुनाव में एक सीट पर अपना कब्जा कायम रखा है तो एक सीट उसने भाजपा से छीनी है. अगले महीने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही अशोक गहलोत सरकार के लिए इसे बड़ी जीत माना जा रहा है और मुख्यमंत्री गहलोत ने इसे जनता द्वारा राज्य सरकार के सुशासन मुहर बताया है.
Rajasthan Bypoll Result: सत्तारूढ़ कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में राज्य की धरियावद व वल्लभनगर, दोनों सीटें जीत ली हैं. कांग्रेस ने उपचुनाव में एक सीट पर अपना कब्जा कायम रखा है तो एक सीट उसने भाजपा से छीनी है. अगले महीने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार के लिए इसे बड़ी जीत माना जा रहा है और मुख्यमंत्री गहलोत ने इसे जनता द्वारा राज्य सरकार के सुशासन मुहर बताया है. यह भी पढ़े: Bihar: कांग्रेस में उठे विरोध के स्वर, पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने कहा, 'पार्टी में ऑपरेशन की जरूरत'
उल्लेखनीय है कि राज्य की वल्लभनगर (उदयपुर) व धरियावद (प्रतापगढ़) विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को हुए मतों की गिनती मंगलवार को हुई.निर्वाचन विभाग के अनुसार वल्लभनगर सीट पर कांग्रेस की प्रीति शक्तावत विजयी रहीं. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उदय लाल डांगी को 20606 मतों से हराया. वहीं धरियावद (प्रतापगढ़) विधानसभा पर कांग्रेस प्रत्याशी नगराज मीणा विजयी रहे हैं. आयोग के अनुसार मीणा ने निर्दलीय उम्मीदवार थावरचंद को 18725 मतों के अंतर से हराया.
आज के परिणाम से 200 सीटों वाला राज्य विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की सीटें 106 से बढ़कर 108 हो गई हैं. विधानसभा में भाजपा की 71 सीटें हैं जबकि 13 निर्दलीय विधायक हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन जबकि माकपा व भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो दो विधायक हैं.उपचुनाव में जीत पर प्रतिक्रिया जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया,'कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों एवं राज्य सरकार के सुशासन पर जनता ने मोहर लगाई है. '
गहलोत के अनुसार,'कांग्रेस प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद एवं समर्थन देकर जनता ने हमारी सरकार को और अधिक मजबूती प्रदान की है, विकास की कड़ी से कड़ी जोड़ी है तथा एक बड़ा संदेश दिया है. 'वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पार्टी की हार स्वीकार करते हुए मंगलवार को इसे स्वाभाविक व परिस्थितिजन्य बताया.पूनियां ने ट्वीट किया,' यह पराजय स्वाभाविक है; परिस्थितिजन्य है और स्थानीय समीकरण तथा मुद्दों पर निर्भर थी. 'पूनियां ने आगे लिखा,' हमें मनोबल और आत्मविश्वास बनाए रखते हुए; आलोचना से बचते हुए;सीख और सबक़ लेकर आगे बढ़ना है. जब हम सत्ता में थे, तब भी हम उपचुनावों में पराजय से सबक लेकर आगे बढ़े हैं. '
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