बेंगलुरु, दो फरवरी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर कर्नाटक को उसके हिस्से की केंद्रीय आर्थिक सहायता देने में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ सात फरवरी को नयी दिल्ली में प्रदर्शन करने की घोषणा की है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
शिवकुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे तथा इसमें 138 विधायक, कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य और सांसद हिस्सा लेंगे।
शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व में कर्नाटक सरकार के सभी 136 विधायक, दो अन्य विधायक और विधान परिषद सदस्य छह फरवरी को नयी दिल्ली पहुंचेंगे तथा सात फरवरी को प्रदर्शन करेंगे। हम चाहते हैं कि दिल्ली में केंद्र सरकार हमारी आवाज सुने।’’
उन्होंने कर्नाटक के सभी सांसदों से अपने राजनीतिक मतभेदों और दलीय संबद्धता को किनारे रखते हुए इस आंदोलन में भाग लेने की अपील की।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, दिल्ली में संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर सात फरवरी को प्रदर्शन की इजाजत मांगी गई है।
इसका कारण बताते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘‘ पिछले पांच साल में हमारे हिस्से का 62,000 करोड़ रुपये हम तक नहीं पहुंचा है। केंद्रीय अनुदान में कर्नाटक की हिस्सेदारी में यह कटौती 'डबल इंजन' सरकार के दौरान भी हुई थी, जब राज्य और केंद्र दोनों ही जगह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार सत्ता में थी। ’’
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि कर्नाटक के 236 में से 200 से अधिक तालुक गंभीर सूखे की चपेट में हैं, लेकिन अभी तक केंद्र ने राज्य को कोई राहत सहायता मंजूर नहीं की है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में राज्य के अधिकारों के लिए लड़ना बेहद आवश्यक हो गया है।
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