ताजा खबरें | कांग्रेस, राजद नेता अपने ‘‘घुसपैठिए’’ वोट बैंक के डर से प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं हुए: अमित शाह

बेतिया, 19 मई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता अपने ‘‘घुसपैठिए’’ वोट बैंक के डर से राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हुए थे।

पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार संजय जयसवाल के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस और राजद शुरू से ही अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ थे। समारोह के लिए उन्हें निमंत्रण दिया गया, लेकिन वे अपने ‘‘घुसपैठिए’’ वोट बैंक के डर से समारोह में नहीं आए।’’

शाह ने कांग्रेस और राजद नेताओं पर आरोप लगाया कि वे डरे हुए थे कि समारोह में शामिल होने से उनका ‘‘वोट बैंक’’ नाराज हो जाएगा।

उन्होंने लोकसभा चुनाव के संपन्न चार चरणों के बारे में दावा किया, ‘‘चार चरण में मोदी जी 270 (सीट) पार कर चुके हैं, लालू जी की पार्टी को चार सीट भी नहीं मिल रही और राहुल बाबा को 40 भी नहीं मिल रही हैं, ‘इंडिया’ गठबंधन का सुपड़ा साफ होने वाला है।’’

शाह ने ‘इंडिया’ पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ये कहते हैं कि मोदी जी 400 पार होंगे तो आरक्षण को खत्म कर देंगे। इससे बड़ा कोई झूठ नहीं हो सकता। 10 साल से मोदी जी के पास पर्याप्त बहुमत है मोदी जी ने कभी भी आरक्षण को हाथ नहीं लगाया। जब तक संसद में एक भी भाजपा का सांसद है कोई भी आरक्षण को हाथ नहीं लग सकता, यह मोदी की गारंटी है।’’

शाह ने लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली राजद पर मंडल आयोग की सिफारिशों का विरोध करने वाली कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने का भी आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘लालू यादव कहते हैं कि मुसलमानों को शतप्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। लालू जी किसका आरक्षण काट कर दोगे। दलितों, आदिवासियों या फिर पिछड़ा समाज का आरक्षण काटेंगे, इसको स्पष्ट करिए आप। लालू प्रसाद यादव ने वोट बैंक के लिए और अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला लिया है।’’

शाह ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने काकासाहेब कालेलकर आयोग की रिपोर्ट को लागू करने में देरी की। इंदिरा गांधी ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया और जब संसद में चर्चा हुई राजीव गांधी ने इसका विरोध किया।’’

उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज, अति पिछड़े समाज को संवैधानिक मान्यता देने का काम हमारे नेता देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया।

उन्होंने पाकिस्तान की परमाणु शक्ति के बारे में बयान देने पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष की आलोचना की और कहा, ‘‘कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर और उनके सहयोगी दल के नेता फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, इसीलिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की बात मत करो। हम भाजपा के कार्यकर्ता परमाणु बम से नहीं डरते। यह मोदी की गारंटी है कि पीओके भारत का है, हमेशा रहेगा और हम इसको लेकर रहेंगे।’’

शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस शासन के दौरान, जम्मू-कश्मीर में आए दिन आतंकी हमले होते रहते थे। हर रोज आतंकवादी भारत में घुस कर आतंकी हमले करते थे। लेकिन जब केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार सत्ता में आई तो हमने सर्जिकल स्ट्राइक की और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब पीओके में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। आजादी के जो नारे पहले यहां सुनाई देते थे, वही नारे अब पीओके में सुनाई देते हैं।’’

शाह ने पिछड़े वर्ग के लोगों का सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की और बिहार में राजग की भारी जीत का दावा करते हुए कहा, ‘‘मोदी के नेतृत्व में राजग 400 से अधिक सीट जीतेगा। मोदी जी ने बिहार के लिए बहुत कुछ किया है। कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने केवल 2.80 लाख करोड़ रुपये बिहार को दिए जबकि मोदी जी ने पिछले दस वर्षों में इस प्रदेश को 11.80 लाख करोड़ रुपये दिये।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने कभी गरीबों के विकास के लिए काम नहीं किया और वे बिहार की उन्नति के बारे में नहीं सोचते।

शाह ने प्रधानमंत्री पद के लिए ‘इंडिया’ में कोई चेहरा नहीं होने को लेकर तंज करते हुए कहा, ‘‘देश ने मोदी जी को तीसरा कार्यकाल देने का फैसला किया है। जरा सोचिए... हालांकि ऐसा होने वाला नहीं है लेकिन, ‘इंडिया’ का प्रधानमंत्री चेहरा कौन होगा? क्या ममता बनर्जी, एम.के. स्टालिन या उद्धव ठाकरे और केजरीवाल? केजरीवाल कभी नहीं बन सकते क्योंकि उन्हें एक जून को सलाखों के पीछे जाना है। मैं दूसरा नाम लूंगा। कृपया हंसो मत। क्या राहुल बाबा बन सकते हैं प्रधानमंत्री?’’

उन्होंने दावा किया कि विपक्ष ने ‘‘बारी-बारी से प्रधानमंत्री पद संभालने’ का फैसला लिया।

गृहमंत्री ने कहा, ‘‘क्या पारचून की दुकान समझते हैं? पाकिस्तान को गोली का जवाब गोली से कौन देगा? चंद्रमा पर चंद्रयान कौन भेजेगा। यदि महामारी (कोरोना) जैसी स्थिति उत्पन्न होती है तो क्या वे देश को बचा सकते हैं? क्या वे देश को आतंकवादियों से बचा पाएंगे? उनके पास ऐसा कोई नेता नहीं है। प्रधानमंत्री अगर कोई बन सकता है तो एक ही व्यक्ति है मेरे और आपके नेता नरेन्द्र मोदी।’’

बिहार के पश्चिम चंपारण, वाल्मिकी नगर, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान और महाराजगंज में 25 मई को मतदान होगा।

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