नयी दिल्ली, पांच अगस्त कांग्रेस की एक सदस्य ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि जून से सितंबर की छुट्टियों के दौरान खाड़ी देशों के लिए हवाई किराया पांच गुना बढ़ गया है, जिससे उन गरीब श्रमिकों और मध्यम वर्ग के प्रवासियों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है जो भारत आना चाहते हैं।
उच्च सदन में शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए केरल से कांग्रेस की सदस्य जेबी माथेर हीशम (कांग्रेस) ने इसे ‘संगठित लूट’ करार दिया और सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि जून-सितंबर आम तौर पर मध्य पूर्व के देशों में स्कूल की छुट्टियों का मौसम होता है लेकिन एयरलाइनों द्वारा लागू ‘अत्यधिक, शोषक और जबरन वसूली’ हवाई किराए के कारण यह ‘डरावने’ मौसम में बदल गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे संगठित लूट इसलिए कहते हैं क्योंकि यह (किराया वृद्धि) दोगुनी या तिगुनी नहीं हुई है बल्कि यह पांच गुना बढ़ गई है।’’
उन्होंने कहा कि खाड़ी देशों से केरल के लिए 8,000 रुपये एक तरफ का किराया लगता था जो अब 46,000 रुपये हो गया है। हीशम ने कहा कि एक गरीब मजदूर को अब दोनों ओर के किराए के लिए लगभग 1 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘गरीब मजदूर कैसे भुगतान करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर चार सदस्यों के मध्यम वर्गीय परिवार को यात्रा करनी होती है तो उन्हें सामान्य तौर पर 36,000 रुपये का भुगतान करना होता है (लेकिन) अब यह खर्च 3.64 लाख रुपये तक आ जाएगा।’’
हीशम ने कहा कि किराया वृद्धि के मामले में विमानन कंपनियां मिलकर काम कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस ‘संगठित लूट’ में ‘एक भागीदार’ है क्योंकि वह इसकी कीमतों से यह कहकर पल्ला झाड़ लेती है कि हवाई किराया निर्धारण बाजार करता है।
उन्होंने कहा कि 2023 में देश को अनिवासी भारतीयों से 120 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रेषण मिला, जिसमें केरल का हिस्सा 19 प्रतिशत था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें अपनी प्रेषण अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहते हैं लेकिन वास्तव में हम उनकी कमर तोड़ रहे हैं।’’
हीशम ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार से हस्तक्षेप करने और ‘इस संगठित लूट को रोकने’ के लिए कदम उठाने की मांग की।
मणिपुर से भाजपा के सदस्य महाराजा संजाओबा लेशेंबा ने मणिपुर में इमा कैथल के 500 साल पुराने महिलाओं द्वारा संचालित बाजार को एक जीवित सांस्कृतिक धरोहर स्थल घोषित करने की मांग की।
भाजपा की ही दर्शना सिंह ने देश में बोरवेल में बच्चों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने इस दिशा में उच्चतम न्यायालय की ओर से राज्यों को जारी दिशनिर्देशों को लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बीजू जनता दल के मुजीबुल्ला खान ने ओडिशा में राष्ट्रीय राजमार्गों की ख्स्ताहालत पर सदन का ध्यान आकृष्ट किया और सरकार से लंबित परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई।
भाजपा के समिक भट्टाचार्य ने देश में जाली नोटों के प्रसार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि देश में पाए जाने वाले जाली नोटों के तार प्राय: पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में कालियाचक से जुड़े पाए जाते हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश में जितने भी जाली नोट हैं, उनमें से 20 फीसदी पश्चिम बंगाल से आ रहे हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के विरोध के बीच उन्होंने कहा, ‘‘हम मूक जनसांख्यिकीय आक्रमण का सामना कर रहे हैं। इतना ही नहीं, पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों का समूचा जनसांख्यिकीय पूरी तरह से बदल गया है। हमारा लोकतंत्र, हमारी अर्थव्यवस्था, हमारी अखंडता, हमारी आंतरिक सुरक्षा खतरे में है।’’
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के मालदा, मुर्शिदाबाद और लोधिया जैसे जिलों में न सिर्फ जाली मुद्राएं मिलती हैं बल्कि फर्जी आधार कार्ड और फर्जी पैन कार्ड का भी बखूबी इस्तेमाल होता है।
उन्होंने कहा कि इसे एक एजेंसी द्वारा रोका नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पश्चिम बंगाल पुलिस को मिलकर काम करना होगा।
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