कांग्रेस नेताओं को इस ‘गलतफहमी’ में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टी पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उसके नेताओं को इस ‘गलतफहमी’ में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं.

BJP/Congress (Photo Credits: PTI)

नयी दिल्ली, 23 फरवरी : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करने के लिए प्रमुख विपक्षी पार्टी पर पलटवार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उसके नेताओं को इस ‘गलतफहमी’ में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं. भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो कुछ भी किया जाता है वह कानूनी तरीके से किया जाता है. कांग्रेस नेताओं को इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं.’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के बाद कांग्रेस ‘विक्टिम कार्ड’ (पीड़ित के रूप में खुद को प्रस्तुत करना) खेल रही है. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली हवाई अड्डे पर विरोध प्रदर्शन कर कानून का उल्लंघन किया और साथी यात्रियों के जीवन को खतरे में डाला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदर्शन से लोगों को असुविधा हुई. भाटिया ने कहा, ‘‘मोदी (प्रधानमंत्री) को देश के 140 करोड़ से अधिक लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है और उन्हें गाली देना एक छेद खोदने जैसा है जिसमें कांग्रेस गिर जाएगी.’’ उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस को सबक सिखाएंगे. यह भी पढ़ें : यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट के लिए पर्यटन विभाग ने सीएम धामी और पर्यटन मंत्री के सामने किया अनुबंध

कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भाग लेने के लिए रायपुर जा रहे खेड़ा को असम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले, रायपुर जाने वाले विमान से उन्हें नीचे उतार दिया गया था. खेड़ा ने हाल में गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले व्यापारिक समूह से जुड़े विवाद को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री को ‘‘नरेंद्र गौतमदास मोदी’’ कहकर संबोधित किया था. सत्तारूढ़ पार्टी ने उन पर प्रधानमंत्री और उनके दिवंगत पिता का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है. मोदी का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है. दामोदरदास, नरेंद्र मोदी के पिता थे. देश के कई हिस्सों में अपने साथ पिता का नाम भी लिखना एक आम प्रचलन है.

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