नयी दिल्ली, तीन मार्च कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मणिपुर में प्रतिबंधित संगठनों को ‘पैसे देकर’ चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है जो आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।
मणिपुर विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण का मतदान 28 फरवरी को हुआ था। दूसरे एवं आखिरी चरण का मतदान पांच मार्च को रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय और मणिपुर की भाजपा सरकार ने गत एक फरवरी को ‘संसपेंशन ऑफ ऑपरेशन’ (गतिविधि के निलंबन) के तहत प्रतिबंधित चरमपंथी समूहों को 15.7 करोड़ रुपये जारी किए और फिर 92.7 लाख रुपये दिए। इसने चार जिलों में चुनावों का मजाक बनाया है।’’
उन्होंने एक बयान भी साझा किया जिसमें आरोप लगाया गया कि चूराचणपुर और कांगपोकवी जिलों में पहले चरण के चुनावों में इन पैसों का भुगतान किया गया तथा यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण नहीं रहा है।
मणिपुर के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक रमेश के अनुसार, इन संगठनों को दूसरे चरण में तेंगनौपाल और चंदेल जिलों में चुनाव को प्रभावित करने के लिए ‘रिश्वत’ दी गई।
रमेश ने एक अन्य ट्वीट में यह भी कहा कि गत 16 फरवरी को उनकी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया था कि चुनाव पूरा होने तक जेल में बंद सभी आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ाई जाए, लेकिन चुनाव से पहले भाजपा के एक विधायक के भाई को छोड़ दिया गया जिन पर हत्या का आरोप है।
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