नयी दिल्ली, 13 सितंबर : कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का हवाला देते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की जटिल प्रणाली को लेकर सवाल करने के लिए तमिलनाडु के एक रेस्तरां चेन के मालिक को अपमानित किया और यह घटना केंद्र सरकार के अहंकार को दर्शाती है. मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोटे व्यवसायियों तथा तमिलनाडु का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए. उधर, भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने वित्त मंत्री सीतारमण और रेस्तरां चेन ‘अन्नपूर्णा’ के मालिक श्रीनिवासन के बीच हुई निजी बातचीत का वीडियो पार्टी के कुछ पदाधिकारियों द्वारा साझा करने के लिए माफी मांगी है.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर प्रहार किया और कहा कि छोटे व्यवसायियों की मांगों को खारिज कर दिया जाता है, जबकि ‘‘अरबपति मित्रों’’ के लिए लाल-कालीन बिछा दी जाती है. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब कोयंबटूर में अन्नपूर्णा रेस्तरां जैसे छोटे व्यवसाय के मालिक हमारे लोक सेवकों से सरलीकृत जीएसटी व्यवस्था की मांग करते हैं, तो उनके अनुरोध को अहंकार और घोर अनादर के साथ खारिज किया जाता है. जब कोई अरबपति मित्र नियमों को बदलवाना चाहता है, कानूनों को बदलवाना चाहता है, या राष्ट्रीय संपत्ति हासिल करना चाहता है, तो मोदी जी लाल-कालीन बिछा देते हैं.’’ यह भी पढ़ें : बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 35,000 टन से अधिक रेल, ट्रैक निर्माण मशीनरी प्राप्त हुई: एनएचएसआरसीएल
उन्होंने दावा किया कि छोटे व्यवसायों के मालिक पहले ही नोटबंदी, दुर्गम बैंकिंग प्रणाली, जबरन कर वसूली और विनाशकारी जीएसटी की मार झेल चुके हैं, लेकिन अब उनका अपमान भी किया जा रहा है. राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जब सत्ता में बैठे लोगों के अहंकार को ठेस पहुंचती है, तो ऐसा लगता है कि वे लोगों को अपमानित ही करेंगे.’’ उनका कहना था, ‘‘एमएसएमई वर्षों से राहत की मांग कर रहे हैं. अगर यह अहंकारी सरकार लोगों की बात सुनेगी तो उन्हें समझ आएगा कि कर की एकल दर के साथ सरलीकृत जीएसटी से लाखों व्यवसायों की समस्याएं हल हो जाएंगी. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक बैठक के दौरान अन्नपूर्णा रेस्तरां शृंखला के मालिक श्रीनिवासन ने अलग-अलग जीएसटी दरों पर प्रकाश डाला था. उन्होंने कहा था कि मेरी मिठाई की दुकान है, जहां मिठाई पर पांच प्रतिशत, नमकीन पर 12 प्रतिशत, सादे बन पर शून्य प्रतिशत और क्रीम बन पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता है.’’
सुप्रिया के अनुसार, श्रीनिवासन ने वित्त मंत्री से कहा था कि इतनी जटिल जीएसटी के कारण कंप्यूटर भी हैंग हो जाता है और कर अधिकारियों को भी यह समझ नहीं आता, इसलिए जीएसटी को सरल बनाने की जरूरत है. उन्होंने दावा किया, ‘‘इसके 24 घंटे के अंदर श्रीनिवासन को निर्मला सीतारमण के सामने बुलाया जाता है और उनसे माफी मंगवाई जाती है. इस पूरी घटना का वीडियो बनवाया जाता है, फिर उस वीडियो को भाजपा की तमिलनाडु इकाई शेयर करती है.’’ सुप्रिया ने आरोप लगाया, ‘‘जब देश की वित्त मंत्री से किसी ने अपनी समस्याएं बताई, तो उसे सुलझाने के बदले, उसे डरा-धमकाकर माफी मंगवाना ज्यादा जरूरी समझा गया. यही मोदी सरकार में सत्ता का नशा है.’’ उन्होंने कहा कि यह तमिलनाडु का भी अपमान है तथा इसके लिए वित्त मंत्री और भाजपा को माफी मांगनी चाहिए.
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख अन्नामलाई ने वायरल वीडियो का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भाजपा की तमिलनाडु इकाई की ओर से मैं अपने उन पदाधिकारियों के कृत्य के लिए माफी मांगता हूं, जिन्होंने एक सम्मानित व्यवसायी और माननीय वित्त मंत्री के बीच एक निजी बातचीत साझा की. गोपनीयता के इस अनपेक्षित उल्लंघन के लिए खेद व्यक्त करने के लिए मैंने रेस्तरां की ‘अन्नपूर्णा’ चेन के सम्मानित मालिक श्रीनिवासन एवीएल से बात की है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अन्नपूर्णा श्रीनिवासन अन्ना तमिलनाडु के व्यापारिक समुदाय का एक स्तंभ हैं, जो राज्य और देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि इस मामले को उचित सम्मान के साथ यही खत्म किया जाए.’’