कोरोना वायरस महामारी से डरे बिना निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए लगातार काम करते रहे कोयला मजदूर
कोरोना से जंग (Photo Credit-PTI)

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल: दुनियाभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से जहां लाखों लोगों की जान जा चुकी है. वहीं एक 57 साल के आसिफ खान भी हैं जो इस संकट से डरे बिना लगातार कोयला खदान में काम करते रहे. ताकि विद्युत संयंत्रों को चालू रखा जा सके और इस महामारी की वजह से घरों में रहने को मजबूर लोगों को निर्बाध बिजली मिलती रहे.

यह कहानी सिर्फ खान की नहीं, बल्कि कोयला खान में काम करने वाले उन लाखों कोयला मजदूरों की है जो इस संकट के समय में भी योद्धाओं की तरह लगातार मैदान में डटे रहे. कोल इंडिया (Coal India) की इकाई डब्ल्यूसीएल की कैम्पटी खान में काम करने वाले खान ने कहा, ‘‘यह देश की सेवा का वक्त है, जैसे एक जवान शत्रुओं से देश की रक्षा करने के लिए अपनी जान हथेली पर लिए घूमता है, बिल्कुल वैसे ही.’’

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खान ने कहा कि यह ‘जीवन में एक बार’ देश के काम आने वाला मौका है. सारे जोखिमों के बावजूद समय से काम करना. यदि वह और उनके जैसे कई कोयला मजदूर काम नहीं करेंगे तो खानों से कोयला कौन निकालेगा.

खान ने पीटीआई- से फोन पर कहा, ‘‘मैं नहीं चाहता कि देश में कोयला उपलब्ध नहीं होने की स्थिति आए. देश के बिजली संयंत्र ठप पड़ जाएंगे. ऐसे में बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाएगी और जो अस्पताल कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रहे हैं वह कैसे काम करेंगे?’’