कोल इंडिया को मिला 2020-21 में 10 करोड़ टन कोयला आयात के बदले घरेलू उत्पादन करने का लक्ष्य
कंपनी को यह लक्ष्य ऐसे समय दिया गया है जब देश में एक तरफ घरेलू कोयले की प्रचुरता है, वहीं दूसरी तरफ कोयले की मांग में गिरावट आयी है।
नयी दिल्ली, 14 मई सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड को सरकार ने 2020-21 में 10 करोड़ टन कोयला आयात के स्थान पर घरेलू उत्पादन करने का लक्ष्य दिया है।
कंपनी को यह लक्ष्य ऐसे समय दिया गया है जब देश में एक तरफ घरेलू कोयले की प्रचुरता है, वहीं दूसरी तरफ कोयले की मांग में गिरावट आयी है।
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘कोल इंडिया को 2020-21 में कम से कम 10 करोड़ टन कोयला आयात के स्थान पर घरेलू गैर-कोकिंग कोल के उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है।’’
अधिकारी के मुताबिक आयात किए जाने वाले कोयले के स्थान पर घरेलू कोयले के उपयोग को बढ़ाना देने के लिए कोल इंडिया कई अन्य गैर-निगमित क्षेत्रों को अपने से जोड़ रही है। इसमें सीमेंट, एल्युमीनियम और स्पॉन्ज आयरन शामिल हैं।
इसके अलावा कंपनी ने कई अतिरिक्त लागतों को हटाकर कोयले के लिए आरक्षित मूल्य शून्य किया है।
गौरतलब है कि 2019-20 के दौरान देश ने 24.71 करोड़ टन कोयले का आयात किया। यह 2018-19 में आयातित 23.53 करोड़ टन से पांच प्रतिशत अधिक रहा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)