देश की खबरें | चिराग ने ईवीएम के मुद्दे को लेकर खरगे और ‘इंडिया’ गठबंधन की आलोचना की

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पटना, 27 नवंबर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर संदेह जताने और मतपत्रों से मतदान कराने की वकालत किए जाने को लेकर बुधवार को उनकी आलोचना की।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)अध्यक्ष ने यह भी जानना चाहा कि क्या कांग्रेस और उसके सहयोगियों को उन राज्यों में समस्या है, जहां उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को हराया है ।

उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन को चुनौती दी कि अगर उसे पूरा भरोसा है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से नहीं हो रहे हैं, तो वह अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करे।

हाजीपुर से लोकसभा सदस्य चिराग पासवान ने कहा, ‘‘यह अजीब है कि जब भी विपक्षी दल चुनाव हारते हैं, तो वे ईवीएम को दोष देना शुरू कर देते हैं। वे महाराष्ट्र में ऐसा कर रहे हैं लेकिन झारखंड के बारे में क्या।’’ उनकी पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव में एक सीट पर जीत दर्ज की है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी)के अध्यक्ष खरगे ने मंगलवार को दिल्ली में संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ईवीएम पर सवाल उठाया था। इस संबंध में पूछे गए सवाल का चिराग पासवान जवाब दे रहे थे।

पासवान ने कहा, ‘‘चुनाव से पहले कांग्रेस और उसके सहयोगी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसा किया है। बिहार में, जहां राजग ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 225 सीटों का लक्ष्य रखा है, निश्चिंत रहें, राजद और कांग्रेस यह दावा करेंगे कि वे 235-240 सीटें जीतने जा रहे है और चुनाव के बाद वे अपनी विफलता के लिए ईवीएम को दोष देना शुरू कर देते हैं। अगर वे ईवीएम के बारे में अपनी गलतफहमी के बारे में गंभीर हैं, तो उन्हें घोषणा करनी चाहिए कि वे बिहार में तब तक विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, जब तक कि मतदान मतपत्रों के माध्यम से नहीं किया जाता।’’

केंद्रीय मंत्री ने बिहार विधानसभा में विपक्ष द्वारा जनता दल यूनाइटेड (जदयू)सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर वक्फ बोर्ड विधेयक विवाद पर ‘‘अपना रुख स्पष्ट करने’’ के लिए दबाव बनाने और हंगामा करने पर भी आपत्ति जताई।

उन्होंने कहा, ‘‘ विपक्ष को याद रखना चाहिए कि इस विधेयक को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने संयुक्त संसदीय समिति को भेजा है। सभी दलों की तरह जदयू भी विचार-विमर्श के दौरान अपना विचार रखेगा। इस मुद्दे पर हंगामा करना उचित नहीं है।’’

युवा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मजबूत प्रदर्शन करने और ‘‘नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, जैसा कि हमने केंद्र में मोदी की सत्ता में वापसी के लिए किया था।’’

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक चेतन आनंद आरोप लगाया था कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख ने हाल में संपन्न चार विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में राजग सहयोगियों के साथ सहयोग नहीं किया। उनकी मां लवली आनंद शिवहर से जदयू सांसद हैं ।

इस प्रकरण पर चिराग ने कहा, ‘‘अगर किसी पार्टी के अधिकृत नेता ने ऐसा कहा होता तो मैं जवाब देता। जहां तक ​​विधायक का सवाल है, वह राजद के टिकट पर चुने गए थे। मैं जानना चाहता हूं कि क्या वह आधिकारिक तौर पर राजग का हिस्सा हैं।’’

अनवर

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