नई दिल्ली: सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि चीन की ओर से पर्वतरोहियों के चोटी पर पहुंचने से पहले रेखा बनाई जाएगी. हालांकि, आभी यह स्पष्ट नहीं है कि चीन द्वारा यह विभाजन रेखा किस चीज से बनाई जाएगी. उत्तर में चीन की ओर से चोटी की चढ़ाई करने वाले पर्वतरोहियों को इस विभाजन रेखा को पार करने से रोका जाएगा ताकि वे दक्षिण की ओर से चढ़ाई करने वाले किसी व्यक्ति या वस्तु या नेपाली के संपर्क में नहीं आएं.
नेपाल सरकार या पर्वतारोहण अधिकारियों ने इस विभाजन रेखा को लेकर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.गौरतलब है कि पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के चलते नेपाल और चीन ने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पर रोक लगा दी थी लेकिन इस साल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नेपाल ने 408 विदेशियों को माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने की अनुमति दी थी. यह भी पढ़े: COVID-19: चीन के बारे में बड़ा खुलासा, साल 2015 में कोरोना वायरस के जरिए जैविक युद्ध लड़ने के बारे में जांच की थी- रिपोर्ट
शिन्हुआ के मुताबिक, 21 चीनी पर्वतरोहियों को उत्तरी हिस्से से एवरेस्ट की चढ़ाई करने की अनुमति दी गई है. चीन में जहां कोरोना वायरस के संक्रमण पर काफी हद तक लगाम लगी हुई है वहीं नेपाल में इस बीमारी के मामलों में इन दिनों तेजी आई है.
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