देश की खबरें | प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ 'दुर्भावनापूर्ण बयानों' के लिए माफी मांगें मुख्यमंत्री मान: शिअद
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चंडीगढ़, तीन नवंबर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से एक ‘‘दिखावटी बहस’’ के दौरान उनके पिता प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ ‘‘दुर्भावनापूर्ण बयानों’’ के लिए माफी मांगने को कहा।
सुखबीर ने कहा कि मुख्यमंत्री को 10 दिनों के भीतर माफी मांगनी चाहिए या आपराधिक मानहानि मामले का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
बुधवार को एक ‘‘खुली बहस’’-‘मैं पंजाब बोलदा हां’ के दौरान मान ने सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर शिअद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि दोनों दलों ने इस मामले में राज्य के हितों से समझौता किया।
विपक्षी दल इस चर्चा से दूर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह सर्वविदित तथ्य है कि वे (विपक्षी दल) अपने निहित स्वार्थों के लिए नहर के निर्माण के ‘‘अक्षम्य अपराध’’ में शामिल थे और दावा किया कि पंजाब के पास हरियाणा सहित किसी भी अन्य राज्य के साथ साझा करने के लिए कोई अतिरिक्त पानी नहीं है।
शिअद अध्यक्ष ने कहा कि इस बहस का समूचे विपक्ष ने बहिष्कार किया था लेकिन एकल भाषण में मुख्यमंत्री मान ने मिथ्या आरोप लगाकर चरित्र हनन किया।
सुखबीर ने कहा कि मान ने यह दावा करके चरित्र हनन किया कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने हरियाणा के बालासर गांव में बादल फार्म तक पानी पहुंचाने के लिए एक सिंचाई शाखा के निर्माण के बदले में 1998 में भाखड़ा मेन लाइन नहर की ऊंचाई बढ़ाकर साठगांठ से काम किया था।
सुखबीर ने एक बयान में कहा कि यह तथ्य सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने दावा किया कि देवीलाल 1977 में पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने और फरवरी 1964 में बालासर शाखा अस्तित्व में आई।
शिअद अध्यक्ष ने मान को एक पत्र दिखाने की भी चुनौती दी, जो प्रकाश सिंह बादल ने आपातकाल के दौरान जेल में रहते हुए एसवाईएल नहर के शीघ्र निर्माण के लिए केंद्र को लिखा था। सुखबीर ने कहा, ‘‘आपातकाल से डटकर मुकाबला करने वाले (प्रकाश सिंह) बादल की छवि को धूमिल करने का यह प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भगवंत मान को उनके दुर्भावनापूर्ण बयानों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।’’
उन्होंने मान से 10 दिन के भीतर माफी मांगने या आपराधिक मानहानि के मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा।
सुखबीर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले भी यह आरोप लगाकर बादल परिवार को बदनाम करने की कोशिश की थी कि उन्हें एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए सहमति देने के बदले में एक होटल के लिए गुरुग्राम में जमीन दी गई थी। सुखबीर ने कहा, ‘‘यह भी एक सफेद झूठ है।’’
विपक्षी दलों-कांग्रेस, शिअद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के खुली बहस से दूर रहने के कारण, मान लुधियाना में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एकमात्र वक्ता थे।
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