नयी दिल्ली, 14 नवंबर पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शतरंज खिलाड़ियों ने अपने शानदार खेल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशेष छाप छोड़ी है और उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनके इस प्रदर्शन को मान्यता प्रदान करके उन्हें लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) में शामिल करेगी।
हाल में फिडे ग्रैंड स्विस पर प्रतियोगिता में महिला और ओपन वर्ग का खिताब जीतकर कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले आर वैशाली और विदित गुजराती को लगता है कि सरकार जल्द ही शतरंज को इस योजना का हिस्सा बनाएगी। इस बीच अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के उपाध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने बताया कि खेल मंत्रालय ने उनसे कहा है कि ‘‘हम टॉप्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।’’
टॉप्स खेल मंत्रालय का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसमें ओलंपिक में शामिल खेलों के प्रमुख खिलाड़ियों को सहायता प्रदान की जाती है।
आर प्रज्ञानानंदा, गुजराती और वैशाली को कैंडिडेट्स टूर्नामेंट की तैयारी के लिए दो करोड रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करने से जुड़े कार्यक्रम से इतर चौहान ने पीटीआई से कहा,‘‘टॉप्स हमारा समर्थन करने जा रहा है। उन्होंने हमसे आवेदन करने के लिए कहा है और बताया है कि वे हमारी सहायता करेंगे। इस पर चर्चा हो चुकी है। इसमें कोई संदेह नहीं कि सरकार हर मोर्चे पर हमारी मदद कर रही है।’’
शतरंज को टॉप्स में शामिल किए जाने को लेकर गुजराती ने कहा,‘‘अगर हमें टॉप्स में शामिल किया जाता है तो हमें बहुत खुशी होगी। सरकार निश्चित तौर पर कई अच्छे काम कर रही है और टॉप्स में शामिल किया जाना हमारे लिए सोने पर सुहागा जैसा होगा। मेरे कहने का मतलब है कि इससे हमें बेहतर सुविधाएं मिलेगी और अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए हम बेहतर तरीके से तैयारी कर सकते हैं।’’
वैशाली को भी लगता है कि टॉप्स में शतरंज के खिलाड़ियों को भी शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा,‘‘एक खेल के रूप में शतरंज की लोकप्रियता बढ़ रही है। अगर यह खेल टॉप्स का हिस्सा बनता है तो यह बहुत अच्छा होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसा होगा।’’
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