नयी दिल्ली, सात मार्च दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के अधीन एजेंसियां उत्तरी दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में रह रहे पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के मकानों को ढहाने की कोशिश कर रही हैं।
स्थानीय लोगों ने बुधवार को दावा किया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने यमुना बाढ़ क्षेत्र में गुरुद्वारा मजनू का टीला के पास रहने वाले पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को जगह खाली करने का नोटिस जारी किया है।
डीडीए के एक अधिकारी ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के बाद बृहस्पतिवार और शुक्रवार को अतिक्रमण के खिलाफ तोड़फोड़ अभियान शुरू करने की पुष्टि की।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस बल की अनुपलब्धता के कारण अभियान स्थगित कर दिया गया।
भारद्वाज ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ''डीडीए ने पिछले 13 वर्षों से मजनू का टीला इलाके में रहने वाले पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को नोटिस जारी कर उन्हें अपना सामान बांधने और जगह छोड़ने को कहा है। उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाएगा।''
एनजीटी ने नवंबर 2019 में मजनू का टीला गुरुद्वारे के पास झुग्गीवासियों द्वारा यमुना बाढ़ क्षेत्र में अतिक्रमण से संबंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए डीडीए और दिल्ली सरकार को अवैध कब्जे को हटाने का निर्देश दिया था।
निकाय ने इस साल 29 जनवरी को एक आदेश के जरिए डीडीए पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया और उसे चार सप्ताह के भीतर अतिक्रमण हटाने के संबंध में कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)