भुवनेश्वर, एक अप्रैल ओडिशा के गठन का प्रतीक माने जाने वाले ‘उत्कल दिबस’ की 85वीं वर्षगांठ का राज्य भर में जश्न मनाया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी।
पूरे राज्य में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दिन को ओडिशा को 1936 में अलग राज्य बनाने के लिए लोगों द्वारा दिए गए बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है जब उसे बंगाल-बिहार-ओडिशा के संयुक्त प्रांत से अलग कराया गया था।
मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा, ‘‘शांति एवं प्रगति अब ओडिशा की नई पहचान हैं” क्योंकि राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में नई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, “ ओडिशा ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण प्रगतियां की हैं। हमें विकास की प्रक्रिया को जन आंदलोन में बदलने की जरूरत है।”
इस अवसर पर किए गए कटक के दौरे पर पटनायक ने महात्मा गांधी और उत्कलमणि गोपबंधु दास की दो प्रतिमाओं का अनावरण किया।
उन्होंने उत्कल गौरव मधुसूदन दास, महाराजा रामचंद्र भांजादेव, महाराजा कृष्ण चंद्र गजपित, राजा बैंकुठनाथ डे, फकीर मोहन सेनापति, गंगाधर मेहर और गौरीशंकर रे जैसे प्रसिद्ध व्यक्तियों एवं सुधारकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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