देश की खबरें | कोविड-19 महामारी के कहर के बीच दो लोकसभा सीटों, 12 विधानसभा सीटों पर हुआ उपचुनाव

नयी दिल्ली, 17 अप्रैल देशभर में कोविड-19 महामारी के कहर के बीच, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में दो लोकसभा सीटों तथा 10 राज्यों की 12 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के तहत शनिवार को मतदान हुआ।

ओडिशा में पिपली विधानसभा सीट पर उपचुनाव कोविड-19 के कारण कांग्रेस उम्मीदवार अजीत मंगराज की बुधवार को मृत्यु होने के बाद स्थगित कर दिया गया। नगालैंड में, केवल नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के एक उम्मीदवार एच चुबा चांग ने नोकसेन विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया और उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया।

आंध्र प्रदेश में, तिरुपति (सु) लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव में करीब 60-64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वहीं, विपक्षी दलों ने व्यापाक पैमाने पर फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए उपचुनाव रद्द करने की मांग की।

निर्वाचन आयोग ने फर्जी मतदान को लेकर दावे सुने लेकिन अपना रुख नहीं रखा।

हालांकि राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के विजयानंद ने इससे पहले एक बयान जारी कर कहा कि उन्होंने चित्तूर और एसपीएस नेल्लोर जिलों के जिलाधिकारियों को फर्जी मतदाताओं के खिलाफ कार्रवाई करने और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। तिरुपति लोकसभा क्षेत्र चित्तूर और एसपीएस नेल्लोर जिलों में फैला हुआ है।

राज्य के पुलिस महानिदेशक डी जी सवांग ने हालांकि एक बयान में दावा किया कि मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में हुई और हर किसी ने अपने मताधिकार का ‘‘निडरतापूर्वक’’ इस्तेमाल किया।

विपक्षी दलों ने पुलिस महानिदेशक की बयान को लेकर आलोचना की और कहा कि इससे मुख्यमंत्री के प्रति उनकी निष्ठा ही प्रतिबिंबित होती है।

कर्नाटक में, बेलगाम लोकसभा सीट और बसवकल्याण तथा मास्की विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के तहत मतदान हुआ। बेलगाम में जहां 54.35 प्रतिशत मतदान हुआ, तो वहीं बसवकल्याण और मास्की विधानसभा क्षेत्रों में क्रमशः 59.57 और 70.48 प्रतिशत मतदान हुआ।

तीनों निर्वाचन क्षेत्रों से कुल 30 उम्मीदवार मैदान में थे। केंद्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी की मृत्यु के बाद बेलगाम लोकसभा सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी।

मध्य प्रदेश की दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए शनिवार को हुए मतदान में शाम छह बजे तक 60 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान का आंकड़ा 70 से 75 प्रतिशत तक होने की उम्मीद है।

दमोह जिले के निर्वाचन अधिकारी तरुण राठी ने कहा, ‘’ शाम छह बजे तक 60 प्रतिशत मतदान हुआ।’’

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में साल्ट विधानसभा सीट पर शनिवार को हुए उपचुनाव में 43 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

अल्मोड़ा के जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि शाम पांच बजे मतदान खत्म होने तक 43.28 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

उन्होंने कहा कि दूर-दराज के कुछ बूथों से मतदान प्रतिशत प्राप्त होना अभी बाकी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने कहा कि मजहोर सेक्टर में एक व्यक्ति द्वारा एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की शिकायत के अलावा मतदान शांतिपूर्ण रहा।

मिजोरम में सेरछिप विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए हुए मतदान में लगभग 70 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जहाँ सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जेडपीएम और कांग्रेस के प्रत्याशियों सहित छह उम्मीदवार मैदान में थे।

राजस्थान की सहाड़ा, राजसमंद और सुजानगढ़ विधानसभा सीटों पर शनिवार को हुए में उपचुनाव में 60.71 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता के अनुसार तीनों विधानसभाओं के 1145 मतदान केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के साथ शांतिपूर्ण मतदान कराया गया।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सर्वाधिक मतदान राजसमंद विधानसभा क्षेत्र में हुआ जहां 67.18 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा की सहाड़ा विधानसभा में 56.56 मतदाताओं ने वोट डाले तो चुरू जिले की सुजानगढ़ विधानसभा में कुल 59.20 प्रतिशत मतदान हुआ।

कोविड-19 मामलों में भारी उछाल और सख्त प्रतिबंधों के बीच, महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के पंढरपुर-मंगलवेधा विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को उपचुनाव में 66.15 प्रतिशत मतदान हुआ।

इस उपचुनाव में सत्तारूढ़ राकांपा और विपक्षी भाजपा के बीच सीधी टक्कर है। पिछले साल नवंबर में कोविड-19 जटिलताओं के कारण राकांपा विधायक भरत भालके की मौत के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था।

गुजरात के पंचमहाल जिले की मोरवा हडफ विधानसभा सीट के लिए शनिवार को हुए उपचुनाव में 42.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

निर्दलीय विधायक भूपेंद्र सिंह खांट को अवैध जाति प्रमाणपत्र जमा करने को लेकर मई 2019 में अयोग्य ठहराए जाने के कारण मोरवा हडफ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था। इस मुद्दे पर उनकी अपील बाद में गुजरात उच्च न्यायालय में खारिज हो गई थी। खांट का इस साल जनवरी में स्वास्थ्य समस्याओं के चलते निधन हो गया था।

जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा, ‘‘'कुल 2.19 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 42 प्रतिशत से थोड़ा अधिक मतदाताओं ने सुबह सात बजे से शाम छह बजे के बीच अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।’’

उन्होंने कहा कि 329 मतदान बूथ पर मतदान बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ।

झारखंड की मधुपुर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में शनिवार शाम पांच बजे तक 76.61 प्रतिशत मतदान हुआ। दिसंबर, 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 72.90 प्रतिशत मतदान हुआ था।

राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि शाम पांच बजे तक ही रिकॉर्ड 76.61 प्रतिशत मतदान हो गया जबकि यहां शाम छह बजे तक मतदान चला।

इस सीट पर कुल छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे जिनमें सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के मंत्री हफीजुल हसन अंसारी तथा भाजपा के गंगा नारायण सिंह के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। अन्य प्रत्याशियों में निर्दलीय अशोक कुमार ठाकुर, उत्तम कुमार यादव, किशन कुमार बथवाल व राजेंद्र कुमार हैं।

तेलंगाना में नागार्जुन सागर सीट पर भी उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।

सभी सीटों के लिए मतगणना दो मई को होगी।

कृष्ण

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