जयपुर, 27 नवम्बर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि पुस्तकें बौद्धिक स्तर पर विद्यार्थियों को ना सिर्फ संपन्न करती हैं बल्कि निरंतर नये ज्ञान प्राप्ति के लिए भी प्रेरित करती हैं।
राज्य विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति मिश्र कोटा विश्वविद्यालय, कोटा में केन्द्रीय पुस्तकालय व अकादमिक भवन, संविधान पार्क, कन्या छात्रावास, रसायन शास्त्र प्रयोगशाला के ऑनलाइन लोकार्पण के बाद समारोह में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पुस्तक के अध्ययन से हमारी विचार प्रक्रिया को गति मिलती है। उन्होंने कहा कि पुस्तक किसी के पास होना अलग बात है परन्तु उसको पढ़ना अलग। पुस्तकों के अध्ययन के बाद व्यक्ति ज्ञान के प्रकाश में रूपान्तरित हो जाता है।
उन्होंने शिक्षण संस्थाओं में पुस्तकालयों के होने को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि संचार प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रभाव के बावजूद प्रकाशित पुस्तकों का महत्व कभी कम नहीं होगा।
मिश्र ने विश्वविद्यालयों को अकादमिक स्तर पर समृद्ध करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने पर भी जोर दिया तथा कहा कि वहां संवैधानिक जागरूकताएं पुस्तकालयों के प्रति रूझान पैदा करने की गतिविधियां भी नियमित आयोजित करवाने की पहल हो।
उन्होंने संविधान वाटिका को विद्यार्थियों के लिए बेहद जरूरी बताते हुए कहा कि संविधान के मूल अधिकारों की जानकारी तो बहुत से लोगों को है परन्तु मूल कर्त्तव्य क्या है इसकी जानकारी सामान्य तौर पर नहीं है। संविधान वाटिकाओं की स्थापना से इस दिशा में जागरूकता आएगी।
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