गृह मंत्रालय के तालिबान द्वारा नियुक्त प्रवक्ता अब्दुल नफी तकोर ने बताया कि नवाबी मस्जिद के पास हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों में तालिबान पुलिस के एक पूर्व अधिकारी भी शामिल हैं तथा 30 लोग घायल हुए हैं।
तकोर ने अंदेशा जताया कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।
इस हमले में जाहिर तौर पर निसार अहमद अहमदी की याद में आयोजित कार्यक्रम को निशाना बनाया गया है। अहमदी की मंगलवार को कार बम विस्फोट के जरिए हत्या कर दी गई थी। यह हमला बदख्शान प्रांत की राजधानी फैज़ाबाद में हुआ था जिसमें उनका चालक भी मारा गया था तथा 10 अन्य जख्मी हुए थे।
तालिबान के सूचना और संस्कृति के प्रभारी मोअजुद्दीन अहमदी ने बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट और इसमें बगलान के पूर्व पुलिस प्रमुख सैफीउल्लाह शमीम के मारे जाने की पुष्टि की।
इस हमले की फौरन किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। मगर तालिबान के प्रतिद्वंद्वी इस्लामिक स्टेट ने मंगलवार को किए गए कार बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा कि मस्जिदों पर बमबारी "आतंकी" कृत्य है और "मानवीय और इस्लामी मानकों के खिलाफ" है।
तालिबान के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को निसार अहमद अहमदी की तदफीन (दफन करने) में हिस्सा लिया था।
सेना के तालिबान प्रमुख फसीहुद्दीन फितरत ने बदख्शान में आईएस के हमलों की निंदा की और लोगों से तालिबान सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने और अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी देने को कहा।
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