मुंबई, 16 जून : शिवसेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) न केवल कांग्रेस के दिवंगत नेताओं- पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी- की स्मृतियों को मिटा देना चाहती है, बल्कि यह नेहरू-गांधी परिवार की संभावनाओं को भी "तहस-नहस" करना चाहती है. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित एक सम्पादकीय में वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कथित धनशोधन के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है.
सम्पादकीय में कहा गया कि गांधी से पूछताछ करके भाजपा यह प्रदर्शित करने की कोशिश कर रही है कि वह "किसी का भी गर्दन पकड़" सकती है, चाहे कोई व्यक्ति कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो? सम्पादकीय में कहा गया कि यह सत्ता का गुरूर है. इसमें दावा किया गया, ‘‘भाजपा न केवल कांग्रेस के दिवंगत नेताओं- पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी- की स्मृतियों को मिटा देना चाहती है, बल्कि यह नेहरू-गांधी परिवार की संभावनाओं को भी ‘तहस-नहस’ करना चाहती है.’’ यह भी पढ़े : Andhra Pradesh: पिता के जादू-टोने के कारण 3 साल की मासूम की मौत
सम्पादकीय में कहा गया कि आज राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ हुआ है, कल कोई और हो सकता है. इसमें पूछा गया कि ऐसा क्यों है कि शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के नेता ईडी की जांच के दायरे में हैं, लेकिन जांच एजेंसी को कभी भी भाजपा के किसी नेता पर छापे मारते नहीं देखा गया है.