देश की खबरें | लोकसभा चुनाव का ‘सेमी फाइनल’ भाजपा ने 3-1 से जीता; मोदी ने कहा-2024 में ‘हैट्रिक’

नयी दिल्ली, तीन दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में रविवार को कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर हिंदी भाषी राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। विधानसभा चुनावों के नतीजों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को और मजबूती देने वाला और 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए माहौल तैयार करने वाला माना जा रहा है।

राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शिकस्त मिलने तथा भाजपा की लहर के बीच विपक्षी दल (कांग्रेस) ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से बेदखल कर दिया। इस तरह, भाजपा ने लोकसभा चुनाव का ‘‘सेमी फाइनल’’ कहे जा रहे चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में 3-1 से जीत हासिल कर शानदार प्रदर्शन किया है।

वहीं, मिजोरम में मतगणना सोमवार को होगी। इन पांचों राज्यों में हाल में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान हुआ था। इन पांचों राज्यों में लोकसभा की कुल 84 सीट हैं और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यह विधानसभा चुनावों का आखिरी दौर है।

दक्षिण भारत में, अपने एकमात्र गढ़ कर्नाटक को हारने के महज कुछ ही महीनों बाद भाजपा नेतृत्व के तिहरी जीत हासिल करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि पार्टी को मिली तिहरी (तीन राज्यों में) सफलता लोकसभा चुनाव में ‘हैट्रिक’ की गारंटी है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज की इस हैट्रिक ने 2024 की हैट्रिक (केंद्र में लगातार तीसरी बार भाजपा नीत सरकार बनने की) गारंटी दे दी है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘चुनाव परिणामों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई के लिए समर्थन प्रदर्शित किया है।’’ उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में समर्थकों को संबोधित करते हुए यह कहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने (लोगों ने) कांग्रेस और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन को यह सबक सिखाया है कि मंच पर महज कुछ परिवारवादियों को एकत्र कर अच्छी तस्वीरें खिंचवाई जा सकती हैं, लेकिन इससे लोगों का भरोसा नहीं जीता जा सकता।

उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने भ्रष्टाचार में लिप्त इन दलों को अपने तौर तरीके बदलने की चेतावनी दी, अन्यथा वे उनका सफाया कर देंगे।

मोदी ने इससे पहले ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जनता-जनार्दन को नमन! मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणाम बता रहे हैं कि भारत की जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ सुशासन और विकास की राजनीति में है, उनका भरोसा भाजपा में है।’’

मध्य प्रदेश में 18 साल से शासन करने वाली भाजपा ने वहां जबरदस्त प्रदर्शन के साथ सत्ता बरकरार रखी है तो वहीं राजस्थान और छत्तीसगढ़ में उसने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया है।

निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 163 सीट पर जीत दर्ज की है और इसी के साथ दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया। राज्य में कांग्रेस को 66 सीट मिली है। अब इन तीन हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा मुख्यमंत्री किसे बनाएगी, इसे लेकर भी कौतूहल बढ़ गया है।

मध्य प्रदेश में भाजपा नेताओं ने जीत का संकेत स्पष्ट होते ही जश्न मनाना शुरू कर दिया। भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचे और मिठाइयां बांटीं।

भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘‘चुनाव नतीजों से प्रदर्शित हुआ है कि लोगों ने गारंटी प्रदान करने की प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी स्वीकार की है।’’

राजस्थान में भी भाजपा 115 सीट जीत कर सत्तारूढ़ कांग्रेस से काफी आगे है। यहां पिछले तीन दशक से हर चुनाव में सरकार बदलने का रिवाज रहा है जो इस बार भी कायम रहा। भाजपा ने 199 सीटों पर हुए चुनाव में 115 सीट जीत कर बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस को 69 सीट ही मिल पाई।

छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव परिणाम कांग्रेस के कई नेताओं के लिए चौंकाने वाले रहे हैं, जो राज्य में पार्टी की सत्ता बरकरार रहने की उम्मीद कर रहे थे।

मतगणना के शुरूआती रूझानों में, राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन धीरे-धीरे भाजपा ने अपनी बढ़त की रफ्तार बढ़ा ली और वह 54 सीट पर विजयी रही। कांग्रेस के खाते में 35 सीट गई हैं।

कांग्रेस ने तेलंगाना में हैट्रिक की उम्मीद कर रही के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से सत्ता छीन ली है।

राज्य की 119 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 64 सीट मिली है। बीआरएस को 39 सीट ही मिल पाई। भाजपा ने आठ सीट पर जीत हासिल की, जो पिछले विधानसभा चुनाव में उसे मिली सीट से एक अधिक है। पार्टी ने पिछले चुनाव में मिले अपने मत प्रतिशत को दोगुना करते हुए 14 प्रतिशत कर लिया।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपनी सभी सात सीट बरकरार रखी है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी के शानदार प्रदर्शन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सेवा, सुशासन और विकास पर जनता की मुहर और कांग्रेस के तुष्टिकरण, अराजकता तथा भ्रष्टाचार के विरुद्ध जनादेश करार दिया।

यह पूछे जाने पर कि राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का नाम कब तक तय किया जाएगा, राजस्थान में भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह ‘बहुत जल्द और सुचारू रूप से’ होगा।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया है कि तुष्टिकरण और जाति के आधार पर राजनीति करने के दिन लद गए हैं तथा ‘नया भारत’ कामकाज पर वोट देता है।

इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार पर निराशा जताते हुए रविवार को कहा कि उनका दल इन राज्यों में खुद को मजबूत करेगा तथा विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों के साथ मिलकर अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपने आपको तैयार करेगा।

उन्होंने तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के लिए मतदाताओं का आभार जताया।

चारों राज्यों में जारी मतगणना के बीच भाजपा ने कहा कि देश में एक ही गारंटी चलती है और वह है ‘मोदी की गारंटी’।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के संकल्प पत्र और कांग्रेस की गारंटी के बीच मुकाबला था और प्रधानमंत्री मोदी हर चुनावी सभा में मतदाताओं को भाजपा के संकल्प पत्र को ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में पेश कर रहे थे।

चार राज्यों में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई थी।

हालिया विधानसभा चुनावों में, इन पांच राज्यों में लोकसभा की कुल 84 सीटें हैं जिनमें मध्य प्रदेश में 29, छत्तीसगढ़ में 11, राजस्थान में 25, तेलंगाना में 17 और मिजोरम में दो सीटें शामिल हैं।

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