देश की खबरें | भाजपा ने उडुपी शौचालय वीडियो मामले में गृह मंत्री के आवास के निकट प्रदर्शन किया
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बेंगलुरु,27 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ जी परमेश्वर के आवास के निकट बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ‘आतंकवादियों’ को समर्थन दे रही है और उडुपी शौचालय वीडियो मामले में आरोपी लड़कियों का साथ दे रही है।
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उडुपी सहित राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया और कांग्रेस पर ‘‘तुष्टिकरण की राजनीति’’ करने का अरोप लगाया।
बेंगलुरु में भाजपा कार्यकर्ताओं ने परमेश्वर के आवास के निकट नारेबाजी की और आरोप लगाया कि वह तीन वर्ष पहले के डीजे हल्ली तथा केजी हल्ली दंगा मामले में दंगाइयों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामले वापस लेने का ‘‘आधार तैयार’’ कर रहे हैं। इस घटनाओं में तत्कालीन कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर और केजी हल्ली के पुलिस थानों में आग लगा दी गई थी।
अगस्त 2020 में मूर्ति के एक रिश्तेदार के कथित अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट के कारण डीजे हल्ली और केजी हल्ली में दंगे भड़क गए थे,जिनमें तीन लोग मारे गए थे और 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
परमेश्वर ने अधिकारियों को कांग्रेस के एक विधायक के अनुरोध पर गौर करने को कहा। कांग्रेस विधायक ने बेंगलुरु के डीजे हल्ली और केजी हल्ली,शिवमोगा और हुबली सहित अन्य स्थानों में प्रदर्शन तथा दंगों के संबंध में गिरफ्तार किए गए ‘‘बेकसूर’’ युवाओं तथा छात्रों के खिलाफ ‘झूठे मामले’ वापस लेने का अनुरोध किया था।
विपक्षी भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और राज्य की कांग्रेस सरकार पर ‘‘एक समुदाय के सांप्रदायिक अपराधियों को क्लीन चिट देने’’ का आरोप लगाया है।
यहां ‘फ्रीडम पार्क’ में भाजपा के महिला प्रकोष्ठ ने धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर शौचालय वीडियो मामले में आरोपी लड़कियों को बचाने का आरोप लगाते हुए नारे लगाए।
कर्नाटक के उडुपी शहर में कॉलेज के शौचालय में कथित तौर पर साथी छात्रा का वीडियो बनाने की घटना के कई दिन बाद तीन छात्राओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने तीन छात्राओं - शबनाज, अल्फिया और अलीमा - और पैरामेडिकल कॉलेज के प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। तीनों छात्राओं को कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है।
भाजपा के कार्यकर्ता पुलिस के अवरोधकों के कारण मंत्री के आवास के निकट नहीं पहुंच पाए। उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
उडुपी में छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की।
इस बीच, परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने उडुपी की घटना को कभी भी बचकाना हरकत नहीं कहा।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ आप सब ने कालेज में पढ़ाई की है। कभी कभी छात्रों के बीच कुछ चीजें हो जाती थीं तो हम उन्हें आपस में ही निपटा लेते थे। इसमें कोई बड़ा मुद्दा नहीं होना चाहिए।’’
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