देश की खबरें | झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक बिना ‘लाइट’ के धरने पर बैठे, रात सदन में ही गुजारेंगे

रांची, 31 जुलाई झारखंड के विपक्षी दलों-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के विधायकों ने बुधवार को कहा कि वे रोजगार समेत विभिन्न मुद्दों पर उनके प्रश्नों का जवाब देने से मुख्यमंत्री के ‘‘इनकार’’ करने के विरोध में विधानसभा में ही रात गुजारेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि बृहस्पतिवार तक विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दिए जाने के बाद वे आसन के समीप धरने पर बैठे थे लेकिन ‘लाइट’ और वातानुकूलन मशीन बंद कर दी गईं।

भाजपा के झारखंड मामलों के प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा, ‘‘यह लोकतंत्र की हत्या है क्योंकि विपक्षी विधायक विधानसभा के अंदर बंधक बना लिए गए हैं।’’

सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक सूत्र ने बताया कि सोरेन ने सदन में भाजपा के 21 तथा आजसू के दो विधायकों को समझाने-बुझाने के लिए उनसे भेंट की लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे।

कुछ देर के लिए बाहर आए भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगें रखीं और उनसे जवाब का आश्वासन मांगा। लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि वह शुक्रवार को इन मुद्दों पर जवाब देंगे। हम बृहस्पतिवार को ही उनका जवाब चाहते हैं, क्योंकि ये मुद्दे लोगों और सरकार के वादों से जुड़े हैं।’’

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक रात सदन के अंदर ही गुजारेंगे।

मंत्री और झामुमो विधायक मिथिलेश ठाकुर ने भाजपा विधायकों के आंदोलन को ‘‘बचकानी हठ’’ करार दिया और दावा किया कि वे गलत मिसाल कायम कर रहे हैं।

मंत्री और कांग्रेस नेता दीपिका पांडे सिंह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री खुद सदन में गए, फर्श पर बैठे और उनकी शिकायतें सुनीं। विपक्षी नेता यह तय नहीं कर सकते कि विधानसभा कैसे चलेगी। यह अध्यक्ष का विशेषाधिकार है। यह चुनावी वर्ष है और भाजपा से यही उम्मीद की जाती है।’’

इससे पहले दिन में भाजपा विधायकों ने विधानसभा में हंगामा करते हुए मांग की कि मुख्यमंत्री उनके विभिन्न प्रश्नों का उत्तर दें।

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