ताजा खबरें | लोस में भाजपा ने उठाया केरल में पुलिस ज्यादती, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का मुद्दा

Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. लोकसभा में भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने केरल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कथित पुलिस ज्यादती का मुद्दा उठाया और कहा कि लोकतंत्र के ऐसे दमन पर संज्ञान लेने की जरूरत है।

नयी दिल्ली, 16 सितंबर लोकसभा में भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने केरल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कथित पुलिस ज्यादती का मुद्दा उठाया और कहा कि लोकतंत्र के ऐसे दमन पर संज्ञान लेने की जरूरत है।

निचले सदन में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए सूर्या ने आरोप लगाया कि केरल में शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वालों को पुलिस की बर्बरता का सामना करना पड़ रहा है। राज्य की वामपंथी सरकार के दौरान एक के बाद एक घोटाले आ रहे हैं और लोग आक्रोशित हैं ।

यह भी पढ़े | Poonam Pandey Photos: शादी के बाद पूनम पांडे का ये अवतार देखकर हैरान हुए फैंस, देखें नवविहाहित एक्ट्रेस की ये लेटेस्ट हॉट फोटोज.

उन्होंने कहा कि सोना तस्करी का मामला अभी ताजा है। इससे पहले बाढ़ राहत घोटाला और कोविड-19 मरीजों के डेटा में कथित हेराफेरी का मामला भी सामने आया। राज्य में आवास संबंधी घोटाला भी लोगों ने देखा।

भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि केरल की कम्युनिस्ट सरकार भाई-भतीजावाद में लिप्त है।

यह भी पढ़े | Sherlyn Chopra Hot Photos: शर्लिन चोपड़ा ने नेट गाउन पहन फैंस किया हैरान, हॉटनेस देखते रह जाएंगे आप.

उन्होंने कहा कि विरोध करने वालों पर जिस तरह की पुलिस बर्बरता सामने आई है, वह अत्यंत निंदनीय है। लोकतंत्र के ऐसे दमन पर संज्ञान लेने की जरूरत है।

भाजपा के ही निशिकांत दुबे ने झारखंड में पिछले कुछ महीने में आपराधिक घटनाओं में अत्यधिक वृद्धि होने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय और यूपीएससी के मना करने के बाद भी राज्य की सरकार ने एक शीर्ष पुलिस अधिकारी की प्रभारी के रूप में नियुक्ति की है।

दुबे ने इस मामले पर केंद्र से संज्ञान लेने की मांग की और कहा कि ऐसा नहीं होने पर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।

भाजपा की ही लॉकेट चटर्जी ने पश्चिम बंगाल में कानून एवं व्यवस्था की कथित खराब स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में रामनवमी सहित ऐसे पर्वों के समय दंगे जैसी स्थिति उत्पन्न होती है और प्रदेश सरकार मूकदर्शक बनी रहती है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\