संविधान पर भाजपा नेतृत्व का रुख व्यक्तिगत टिप्पणियों से अधिक महत्वपूर्ण: अशोक चव्हाण
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण ने बुधवार को कहा कि जब संविधान की बात आती है तो किसी व्यक्ति की राय मायने नहीं रखती है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि संविधान में बदलाव नहीं किया जाएगा.
मुंबई, 24 अप्रैल : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण ने बुधवार को कहा कि जब संविधान की बात आती है तो किसी व्यक्ति की राय मायने नहीं रखती है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि संविधान में बदलाव नहीं किया जाएगा. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान बदलने की बात कहने के बाद पार्टी के एक सहयोगी और मौजूदा सांसद को कर्नाटक में उनकी सीट से दोबारा उम्मीदवार बनाने से इनकार कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, "मेरी पार्टी के शीर्ष नेता (प्रधानमंत्री) इसके (संविधान) बारे में जो कहते हैं, वह हमारे लिए (इस मुद्दे पर किसी व्यक्ति की टिप्पणी की तुलना में) अधिक महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा, "जिन्होंने देश के संविधान में बदलाव लाने की बात की, उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट नहीं मिला. मुझे लगता है कि कर्नाटक में ऐसा हुआ. किसी व्यक्ति की राय मायने नहीं रखती...मेरी पार्टी के शीर्ष नेता क्या कहते हैं यह हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण है.” यह भी पढ़ें : Mumbai Cylinder Blast: मुंबई के एंटॉप हिल इलाके में हुआ सिलेंडर विस्फोट, दो घायल; मौके पर दमकल की गाड़ियां
वह संविधान के बारे में उत्तर कन्नड़ लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद अनंतकुमार हेगड़े की विवादास्पद टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे. पिछले महीने, हेगड़े ने कहा था कि पार्टी के लिए लोकसभा और राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत हासिल करना और 20 से अधिक राज्यों में सत्ता में आना जरूरी है ताकि संविधान में बदलाव किया जा सके.