कोलकाता, सात अप्रैल तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी को धमकाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने साथ ही कहा कि राज्य के लोग तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं।
अभिषेक ने घाटल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि भाजपा ‘‘बाहरी लोगों का एक समूह’’ है जो कोलकाता में 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले 19 वीं सदी के समाज सुधारक और बंगाली आदर्श ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ने के लिए जिम्मेदार थे।
निवर्तमान लोकसभा में डायमंड हार्बर सीट से सदस्य अभिषेक ने कहा, ‘‘भाजपा ईडी, सीबीआई को अपने पक्ष में कर सकती है। वे उन लोगों को धमकी दे रहे हैं जो उनके अलोकतांत्रिक कृत्यों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। मीडिया मित्रों का एक वर्ग भी भाजपा के पक्ष में है। लेकिन बंगाल के लोग तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं।’’
उन्होंने भाजपा पर ‘घाटल मास्टरप्लान’ को रोकने का आरोप लगाया, जो राज्य में कम से कम 10 प्रमुख नदियों से गाद निकालने और तटबंधों को मजबूत करने की एक बड़ी परियोजना है।
उन्होंने लोगों से तृणमूल कांग्रेस के घाटल लोकसभा सीट से उम्मीदवार और फिल्म जगत से राजनीति में आए दीपक अधिकारी के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किया। दीपक अधिकारी को देव के नाम से भी जाना जाता है।
घाटल लोकसभा सीट के अंतर्गत पश्चिम मेदिनीपुर जिले के छह विधानसभा क्षेत्र और पूर्वी मेदिनीपुर का एक विधानसभा क्षेत्र आते हैं। यह नदी का निचला क्षेत्र है जो लगभग हर साल बाढ़ से प्रभावित होता है। केंद्र ने जून 2022 में पश्चिम बंगाल सरकार के 1,500 करोड़ रुपये के ‘घाटल मास्टरप्लान’ को मंजूरी दे दी है।
अभिषेक ने कहा, ‘‘31 दिसंबर तक, घाटल मास्टरप्लान को क्रियान्वित किया जाएगा। यदि केंद्र इसे नहीं पूरा करेगा तो राज्य सरकार अमली जामा पहनाएगी। मैंने देव से कहा कि वह इस भेदभावपूर्ण मोदी सरकार पर निर्भर न रहें। मैंने उन्हें फरवरी में तीसरी बार मैदान में उतरने के लिए मना लिया था।’’
देव 2014 से घाटल के सांसद हैं। ऐसी अटकलें थीं कि वह इस बार चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे।
भाजपा को ‘बंगाल विरोधी’ करार देते हुए अभिषेक ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह साल पहले बार-बार आने वाली बाढ़ के कारण दक्षिण बंगाल के जिलों में किसानों की दुर्दशा को कम करने के वादे किए थे, इसके बावजूद अब तक कोई कार्य योजना की घोषणा नहीं की गई है।
उन्होंने घाटल से भाजपा उम्मीदवार हिरन चटर्जी पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए उनके कार्यालय में आए थे, लेकिन उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था। चटर्जी भी फिल्म जगत से राजनीति में आए हैं।
अभिषेक ने कहा, ‘‘पांच-छह महीने पहले, वह मेरे कार्यालय आए थे और तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी। लेकिन हमारे पास ऐसे अवसरवादी लोगों के लिए जगह नहीं है जिनके पास कोई सिद्धांत नहीं है। वह दोबारा नहीं आए और बाद में इस बात से इनकार किया कि वह मुझसे 2021 के बाद कभी मिले थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ठीक है, अगर मैं उनके आने का सीसीटीवी फुटेज सामने लाऊंगा, तो उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी? हम ऐसा नहीं करना चाहते क्योंकि हम राजनीतिक रूप से लड़ना चाहते हैं।’’
अभिषेक ने अपनी पार्टी के इस दावे को दोहराया कि एक भाजपा नेता ने एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले तृणमूल नेताओं की एक सूची सौंपी थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास सबूत हैं। पुख्ता सबूत हैं। भाजपा को हमारे आरोपों का जवाब देने दें। हम सही समय पर सीसीटीवी फुटेज पेश करेंगे।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने हिरन चटर्जी और एनआईए को लेकर अभिषेक द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया।
शुभेंदु अधिकारी ने देबरा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन दावों का कोई आधार नहीं है। घाटल के साथ-साथ बंगाल के बाकी लोग भी चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को खारिज कर देंगे। वह (अभिषेक बनर्जी) पहले से ही सच्चाई जानते हैं।’’
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