Gujarat Elections- 2022: गुजरात चुनाव को देखते हुए सीएए का ‘‘इस्तेमाल’’ कर रही है भाजपा- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का ‘‘इस्तेमाल’’ कर रही है.

कृष्णनगर (पश्चिम बंगाल), 9 नवंबर : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का ‘‘इस्तेमाल’’ कर रही है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल में सीएए को कभी भी लागू नहीं होने देंगी. बनर्जी ने भाजपा पर अलग राज्य की मांग उठाकर पश्चिम बंगाल में अलगाववाद को बढ़ावा देने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया और कहा कि वह कभी भी राज्य का विभाजन नहीं होने देंगी.

उन्होंने कहा, ‘‘जब भी कोई चुनाव आता है, भाजपा सीएए और एनआरसी को लागू करने की बात करती है. ऐसे में अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में लगभग डेढ़ साल का समय बचे होने के बीच इसने फिर से सीएए के मुद्दे को भड़काना शुरू कर दिया है.’’ बनर्जी ने कृष्णानगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "क्या भाजपा तय करेगी कि कौन नागरिक है और कौन नहीं? मतुआ भी इस देश के नागरिक हैं.’’ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली मतुआ समुदाय में से कई लोग उत्तर 24 परगना और नदिया जिलों में रहते हैं. यह भी पढ़ें : Nirav Modi: नीरव मोदी को भारत लाने का रास्ता साफ, ब्रिटेन HC ने खारिज की भगोड़े की प्रत्यर्पण रोकने की याचिका

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा राज्य के उत्तरी हिस्सों में राजबंशी और गोरखाओं को भड़काकर पश्चिम बंगाल में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है. हम पश्चिम बंगाल का विभाजन कभी नहीं होने देंगे.’’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद सत्ता में नहीं लौटेगी. बनर्जी ने कहा कि 2019 में देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी और तब से यह बदल गई है. उन्होंने कहा, ‘‘2019 में, देश की राजनीतिक स्थिति अलग थी, बिहार, झारखंड और कई अन्य राज्यों में भाजपा सत्ता में थी. लेकिन अब, देशभर में इसकी राजनीतिक मौजूदगी कम हो गई है, यह अब कई राज्यों में सत्ता में नहीं है.’’

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