विदेश की खबरें | बिलावल भुट्टो एक-दो दिन में विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेंगे: वरिष्ठ पीपीपी नेता

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार में सभी सहयोगी दलों के एकमत नहीं होने की अटकलों को विराम देते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी अगले एक या दो दिन में विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

इस्लामाबाद/लंदन, 24 अप्रैल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार में सभी सहयोगी दलों के एकमत नहीं होने की अटकलों को विराम देते हुए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी अगले एक या दो दिन में विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

भुट्टो-जरदारी परिवार के 33 वर्षीय वंशज बिलावल विदेश मंत्री के प्रतिष्ठित पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को शपथ नहीं ली, जिससे उनके नई सरकार में शामिल होने के इच्छुक नहीं होने की अटकलें शुरू हो गयी थीं।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता और कश्मीर मामलों एवं गिलगित-बाल्टिस्तान पर प्रधानमंत्री के सलाहकार कमर जमां कैरा ने लंदन में पत्रकारों से बातचीत में पुष्टि की कि बिलावल एक या दो दिन में विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

विदेश मंत्री के रूप में शपथ लेने से खुद को अलग रखने के एक दिन बाद, बिलावल लंदन गए जहां उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज़ शरीफ से मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच पाकिस्तान में ''समग्र राजनीतिक स्थिति'' पर चर्चा हुई। इसके साथ ही दोनों ने राजनीति और राष्ट्रीय हित से संबंधित मुद्दों पर मिलकर काम करने का वादा भी किया।

सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पहले आश्वासन दिया था कि पीपीपी अध्यक्ष पाकिस्तान लौटने के बाद शपथ लेंगे।

जियो की खबर के अनुसार कैरा ने संवाददाताओं से कहा कि बिलावल पीएमएल-एन सुप्रीमो के साथ राजनीतिक मामलों पर विचार-विमर्श करने के लिए दो बैठकें करने के बाद पाकिस्तान के लिए रवाना हो गये।

पीपीपी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदा गठबंधन सरकार में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसे 11 अप्रैल को नियुक्त किया गया था।

दोनों की ओर से जारी एक संयुक्त बयान के मुताबिक, ''नवाज़ शरीफ और बिलावल-सत्तारूढ़ गठबंधन के दो प्रमुख सहयोगी हैं और उन्होंने 'लोकतंत्र, कानून के शासन और संसद की सर्वोच्चता के लिए संवैधानिक जीत' के बाद आगे के तरीकों पर चर्चा की। इसमें कहा गया है कि बैठक के दौरान दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि उन्होंने जब भी साथ काम किया है तो उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है।''

बयान में कहा गया है, ‘‘मजबूती से इस बात को माना गया कि पाकिस्तान के लोगों को पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) सरकार के विनाशकारी आर्थिक कुप्रबंधन और अभूतपूर्व अक्षमता से बहुत नुकसान हुआ है और इस सभी पर ध्यान देने तथा सुधार की आवश्यकता है।’’

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